हॉस्टल की अनुमति पर बना दिया होटल, बगैर अनुमति संचालित हो रहा पूल, गार्डन और स्पॉ सेंटर
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। डॉल्फिन स्वीमिंग पूल और होटल प्रिंस प्लाजा के मालिकों की जालसाजी पर कोर्ट से भी झटका मिला है। कोर्ट ने नगर निगम के विरुद्ध दायर याचिका में सुनवाई करते हुए स्वीमिंग पुल और होटल द्वारा शासकीय बगीचे की जमीन पर किए गए अतिक्रमण को लेकर यह आदेश दिया है। खास बात यह है कि डॉल्फिन स्वीमिंग पूल और होटल प्रिंस प्लाजा द्वारा मिले स्टे को भी खारिज कर दिया है।


बता दें कि डॉल्फिन स्वीमिंग पूल और होटल प्रिंस पैलेस द्वारा नगर निगम के बगीचे की जमीन पर वर्षों से कब्जा कर निजी उपयोग में लिया जा रहा था। कुछ माह पहले निगम द्वारा बगीचे की जमीन पर अधिग्रहण कर बगीचे का निर्माण शुरू किया था। इसके खिलाफ डॉल्फिन स्वीमिंग पूल संचालक विजयशंकर पाण्डे और होटल प्रिंस पैलेस की मालिक स्नेहलता पति सुभाष सिंह ने नगर निगम के विरुद्ध न्यायालय में कम्पाउडिंग और रास्ते को लेकर एक वाद दायर कर स्टे आवेदन प्रस्तुत किया था। इस पर न्यायालय के सामने रतलाम नगर निगम की ओर से अधिवक्ता वीरेंद्र पाटीदार ने नगर निगम का पक्ष रखा। न्यायालय ने सुनवाई करते हुए डॉल्फिन स्वीमिंग पूल और होटल प्रिंस पैलेस के स्टे आवेदन को खारिज करने के आदेश दिए हैं।
जालसाजी ऐसी की हॉस्टल की अनुमति पर बना दिया होटल
होटल प्रिंस पैलेस की मालकिन ने जब भवन का निर्माण किया गया था तब नगर निगम से हॉस्टल निर्माण की अनुमति ली थी। बाद में उसे कमर्शियल रूप देते हुए होटल निर्माण कर लिया। तत्कालीन समय राजनीति दवाब के कारण इन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी और मामले को दबा दिया था। नगर निगम की अनुज्ञा में कम्पाउडिंग की शर्तों का पालन भी नहीं किया गया था। होटल को संचालित करने के लिए विद्युत वितरण कम्पनी द्वारा जो डीपी स्थापित की गई वह भी नियम विपरीत शासकीय भूमि पर स्थापित करवाई गई।
अनुमति बगैर संचालित हो रहा पूल, गार्डन और स्पॉ
न्यायालय में दस्तावेज के साथ अधिवक्ता पाटीदार ने बताया कि डॉल्फिन स्वीमिंग पूल वर्ष 2010 से संचालित है, लेकिन इसकी वैधानिक अनुमति आज तक नहीं ली गई है। राजनीतिक दवाब में नियम बगैर संचालन हो रहा था। डॉल्फिन स्विमिंग पूल में 22 अप्रैल 2015 और 19 मई 2024 को अलग अलग घटना में दो बच्चों की डूबने से मृत्यु भी हो चुकी है। डॉल्फिन स्वीमिंग पूल द्वारा समीप में शुभ-लग्न गार्डन का संचालन बिना परमिशन ही किया जा रहा था। डॉल्फिन स्वीमिंग पूल के एक हिस्से में एक स्पॉ सेन्टर का भी संचालन परमिशन बगैर किया जा रहा है।