– इंदौर जीआरपी बिलपांक थाना के ग्राम रेनमऊ से पति सहित अन्य लोगों को लिया हिरासत में
इंदौर/रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। इंदौर रेलवे स्टेशन के यार्ड में 8 जून-2024 को नागदा-महू पैसेंजर ट्रेन में सफाई के दौरान बैग में महिला के शरीर के अंग मिले थे। इसके अगले दिन ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर खड़ी इंदौर-योगनगरी एक्सप्रेस से बाकी अंग मिले। महिला के हाथ पर मीराबेन और गोपाल भाई नाम का टैटू गुदा था। जांच में जुटी जीआरपी ने उक्त महिला के निर्मम अंधे कत्ल में शव की शिनाख्त लगभग पूरी कर ली है। इंदौर जीआरपी टीआई संजय शुक्ला के मुताबिक टुकड़ों में इंदौर और ऋषिकेश में जिस महिला का शव मिला है उसकी पहचान रतलाम जिले के बिलपांक थाना अंतर्गत ग्राम रेनमऊ के रूप में सामने आ रही है। डीएनए जांच रिपोर्ट पर अंतिम पुष्टि होना अभी बाकी है।
इंदौर और ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के अंदर 8 और 9 जून-2024 को जिस महिला की लाश के टुकड़े मिले थे, उसकी पहचान प्रारंभिक रूप से हो गई है। लेकिन फोरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर अधिकृत रूप से पुष्टि होना शेष है। महिला के शव टुकड़े में मिलने के दौरान हाथ पर मीराबेन और गोपाल भाई का नाम लिखा पाया था। इंदौर जीआरपी ने आस-पास के क्षेत्र में गुम हुई डेढ़ सौ से अधिक महिलाओं की थानों में दर्ज गुमशुदगी की जांच की तो इनमें से एक का नाम मीरा बाई निकला था। इंदौर जीआरपी को पता चला कि रतलाम जिले के ग्राम रेनमऊ थाना बिलपांक में एक महिला गुमशुदा हुई है और उसका नाम मीराबेन है। पड़ताल में पता चला कि जिस शव को जप्त किया है उसके हाथ पर भी मीराबेन लिखा हुआ है और पीछे भाई का नाम गोपाल भाई है। प्रारंभिक रूप से पुलिस ने परिजनों के मुताबिक ट्रेनों में इंदौर और ऋषिकेश से मिले शव की पुष्टि लगभग पूरी कर ली है लेकिन अधिकृत रूप से अभी डीएनए की जांच रिपोर्ट का इंतजार शेष है।
पति से विवाद के बाद चली गई थी घर से
पुलिस के अनुसार महिला रतलाम जिले के बिलपांक थाना इलाके के रेनमऊ गांव की रहने वाली थी। 6 जून-2024 को मीराबेन पति से विवाद होने के बाद घर से चली गई थी। परिजन कुछ दिन उसका इंतजार करते रहे। इसके बाद 12 जून -2024 को गुमशुदगी की रिपोर्ट बिलपांक थाने में भाई गोपाल भाई ने दर्ज करवाई थी। पुलिस के अनुसार भाई और महिला की दो बेटियां सहित बालक ने हाथ में गुदे नाम, कपड़े और बिंदी से मीराबेन को पहचान लिया। पुलिस अब डीएनए जांच भी करवाएगी।
उज्जैन रेलवे स्टेशन पर शवों को पैक कर रखा अलग-अलग ट्रेन में
इंदौर स्टेशन के यार्ड में 8 जूनही-2024 को नागदा-महू पैसेंजर ट्रेन में बैग में महिला के अंग मिले थे, इसके बाद 9 जून-2024 को ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर खड़ी इंदौर-योगनगरी ऋषिकेश एक्सप्रेस में शव के बाकी अंग मिले। जानकारी के मुताबिक ये दोनों ही ट्रेने एक ही समय पर उज्जैन रेलवे स्टेशन पर खड़ी थी। जिससे आशंका है कि हत्यारों ने वहीं दोनों ट्रेनों में इन्हें रखा। पुलिस ने इस मामले में मीराबेन से बात करने वाले तीन दर्जन।संदेहियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर चुकी है। इसके अलावा ग्राम रेनमऊ से भी कुछ लोगों को हिरासत में लेकर इंदौर रवाना हुए हैं।