रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
रतलाम रेल मंडल का रतलाम मुख्यालय जंक्शन सहित रेलवे कॉलोनियां बदमाशों की पनहगार बन चुकी है। जिला पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए शहर के सफेदपोशों के गुर्गे जीआरपी थाना क्षेत्र में बड़े पैमाने पर जुआ, सट्टा सहित अवैध शराब बिक्री के धंधे में जुटे हैं। गैर कानूनी धंधों में पनपी गुटबाजी खूनी संघर्ष का रूप लेने लगी। स्टेशन के साइकिल व वाहन स्टैंड पर सट्टेबाजी हो या फिर गुजराती की चाल सहित रेलवे कॉलोनियों में जुआ की टेबलों के अलावा अवैध शराब की बिक्री का काला धंधा सांठगांठ से फल-फूल रहा। बुधवार रात गुजराती चाल में जुआखोरी को लेकर खूनी संघर्ष में फरार मास्टरमाइंड बुच्चा उज्जैन में कट्टे के साथ गिरफ्तार हुआ। इसकी पुष्टि उज्जैन सीएसपी पल्लवी शुक्ला ने वंदेमातरम् न्यूज से की है।
गौरतलब है कि बुधवार रात गुजराती चाल में कट्टे से फायर और तलवार से हमले की वारदात का कारण सट्टेबाजी और जुआखोरी आमजन में चर्चा का विषय बनी हुई है। वारदात में घायल सुनील उर्फ रिक्की पिता नितिन गायकवाड़ की रिपोर्ट पर आरोपी वैभव उर्फ बुच्चा निवासी मकडावन गली, हिमांशु उर्फ बिल्लू व्यास निवासी टीआईटी रोड एवं जतिन उर्फ मुन्नू गुप्ता पर भादंवि की धारा 307 व 34 में प्रकरण दर्ज किया। हिस्ट्रीशीटर तीनों आरोपियों के खिलाफ आधा दर्जन से अधिक रंगदारी और मारपीट के प्रकरण दर्ज हैं। सुनील उर्फ रिक्की को गोली के छर्रे लगने और सत्येंद्र उर्फ जोंटी पिता प्रदीप परिहार निवासी शास्त्रीनगर के सिर पर तलवार से गंभीर चोट पहुंचने पर इंदौर रैफर किया। शहर पुलिस ने वारदात में शामिल आरोपी हिमांशु उर्फ बिल्लू व्यास को हिरासत में लेकर जीआरपी के सुपुर्द किया, जबकि जतिन उर्फ मुन्नू गुप्ता को गिरफ्तार किया। कट्टे के साथ फरार मास्टरमाइंड वैभव उर्फ बुच्चा जायसवाल को उज्जैन पुलिस ने गिरफ्तारी की पुष्टि की, इस आदतन आरोपी को अब रतलाम लाने की तैयारी की जा रही है।
अवैध धंधों में लिप्त गुंडों के रेलवे क्षेत्र में हौंसले बुलंद
रेलवे क्षेत्र में बड़े पैमाने पर जुआ, सट्टा सहित अवैध शराब बिक्री का धंधा संचालित होने से गुंडे-बदमाशों के हौंसले काफी बुलंद हैं। बता दें कि जीआरपी थाना क्षेत्र से बेखौफ बदमाशों ने कुछ माह पूर्व एसपी स्कवॉड प्रभारी अनुराग यादव के साथ अभद्रता कर मारपीट की थी, वहीं एटीएस के जवानों के साथ रंगदारी को अंजाम दे चुके हैं। दोनों मामलों ने काफी सुर्खियां बंटोरी और जीआरपी के उच्चाधिकारियों तक शिकायत भी पहुंची। समय बीतने के अलावा बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होने से बदमाशों की रंगदारी फिर से नजर आने लगी। सूत्रों के अनुसार जीआरपी के अलावा रतलाम रेल मंडल के कुछ अधिकारियों की सांठगांठ से बदमाशों के अवैध धंधे बेखौफ रेलवे सीमा में फल-फूल रहे हैं और रतलाम रेल मंडल के उच्चाधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।
