रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
नगरीय निकाय चुनाव-2022 में रतलाम के 49 वार्डो में भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर कद्दावर नेताओं की बगावत चुनोती देती नजर आ रही। ऐसा ही एक वार्ड-20 से निर्दलीय प्रत्याशी है विष्णुकांता पांचाल। भाजपा में कई पदों पर रहने के साथ ही पूर्व में पार्षद रह चुकी विष्णुकांता पांचाल को इस बार भाजपा से टिकट नही मिला, तो निर्दलीय नामांकन दाखिल कर वार्ड में सेवा के संकल्प के साथ मैदान में उतर आई है।
वार्ड 20 में चुनाव का मुकाबला रौचक रहेगा। इस वार्ड में 3 पार्षद प्रत्याशी अपनी-अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। भाजपा ने मंडल अध्यक्ष की पत्नी संगीता सोनी को तो कांग्रेस से पूजा दुबे मैदान में है। इनमें से प्रमुख रूप से निर्दलीय प्रत्याशी विष्णुकांता पांचाल है। जो कि भाजपा में लंबे समय से सक्रिय कार्यकर्ता रही है। भाजपा से विष्णुकांता पांचाल को प्रत्याशी नही बनाया गया, लेकिन विष्णुकांता ने अपने वार्ड में नए आयाम और विकास के उद्देश्य से निर्दलीय नामांकन दर्ज कर अपने वार्ड से प्रत्याशी बनकर एक बार फिर जनता के सामनेे खड़ी हुई है। आम जनता वार्ड में किए गए सभी विकास कार्यो से परिचित है। इसलिए वह केक चुनाव चिन्ह को लेकर वार्ड की जनता के सामने है।
समाज सेवा में हमेशा आगे
विष्णुकांता पांचाल भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा जिला उपाध्यक्ष भी है वहीं पूर्व में भाजपा महिला मोर्चा जिला महामंत्री के अलावा पूर्व जिला भाजपा कार्यकारिणी सदस्य भी रही है। इसके अलावा वार्ड 19 से पूर्व पार्षद रह चुकी है। साथ ही वार्ड 20 से श्री राम जन्म भूमि समर्पण निधि के संयोजिका का दायित्व इन्हें मिला है। इनका जन्म रतलाम में ही 1970 में हुआ। स्कूली शिक्षा के दौरान से ही विष्णुकांता में सेवा भाव था और इसी का परिणाम रहा कि आज सेवा कार्य में इतनी आगे बढ़ी कि न सिर्फ एक राजनीतिक दल में कई पदों पर रहते हुए अपनी पहचान बनाई। यहां तक जनता ने भी विश्वास जताते हुए उन्हें अपना जनप्रतिनिधि चुना।
कोरोना काल में की सेवा
कोरोना काल में विष्णुकांता पांचाल चिन्ताहरण गणपति महिला मण्डल समिति दीनदयालनगर से जुड़ कर रोजाना सुबह शाम भोजन बनवाकर भोजन के पैकेट वितरित किए। वर्ष 2005-2007 में विश्व हिन्दू परिषद् मातृ शक्ति जिला संयोजिका के दायित्व पर कार्य का निर्वाह कर माता बहनों को संगठन से शक्ति से जोड़ा। श्री चिन्ताहरण गणपति मंदिर समिति दीनदयालनगर की संस्थापक रहकर रहवासियों को धार्मिक संस्कृति से जोडऩे का प्रयास किया। विष्णुकांता पांचाल के ससुर जमनालाल पांचाल के स्वयं सेवक जीवन से प्रेरणा लेकर विष्णुकांता पांचाल के पुत्र झरनेश पांचाल की बाल अवस्था से संघ का स्वयं सेवक बने है। झरनेश पांचाल ने विश्व हिन्दू परिषद्, बजरंग दल, पूर्व में नगर गौरक्षा प्रमुख के दायित्व एवं रतलाम जिले का सहमंत्री के दायित्व पर निष्ठा से अपने कार्य का निर्वाह किया है।