– वैश्विक संस्था टी-4 में चयनीत सीएम राइज विनोबा में अनुठे अंदाज में मनाया शिक्षक दिवस
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। डिस्ट्रीक्ट होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज में शिक्षक दिवस पर विद्यार्थियों ने कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं ने शिक्षकों का पुष्प मालाओं से स्वागत किया एवं शिक्षको से आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान शिक्षकों ने विद्यार्थियों को शुभाशीष स्वरूप आशीर्वचन प्रदान किए। इसी तरह वैश्विक संस्था टी-4 में चयनीत सीएम राइज विनोबा रतलाम में अनुठे अंदाज में शिक्षक दिवस मनाया। यहां पर शिक्षकों कार्य विद्यार्थियों ने करके अपनी-अपनी क्लास में बच्चों को अध्ययन कराया। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम में गुरुजन से आशीर्वाद प्राप्त किया।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. भरत पटेल ने उद्बोधन में कहा कि विश्व के कुछ देशों में शिक्षकों (गुरूओं) को विशेष सम्मान देने के लिये शिक्षक दिवस का आयोजन किया जाता है। भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन 5 सितंबर को भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। गुरु, शिक्षा और ज्ञान प्रदान करने की पहली सीढ़ी है, जिसके माध्यम से युवा विद्यार्थीयों कों अपनी मंजिल तक पहुंचाते है। हमारे महाविद्यालय के कई विद्यार्थी कोर्स पूर्ण कर के कुशल चिकित्सक बनकर देश-विदेश में चिकित्सा के माध्यम से सेवाएं दे रहे है। यह महाविद्यालय के लिए गौरव की बात है। कार्यक्रम में डिस्ट्रीक्ट होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. भरत पटेल, डॉ. प्रदीप कोठारी, डॉ. बलवीर सिंह, डॉ. मदन मोहन शर्मा, डॉ. योगेन्द्र सिंह चाहर, डॉ. मुकेश शर्मा, डॉ. वैभव भाटी, डॉ. प्रमोद कुमार सिंह, डॉ. ऋषभ जैन, डॉ. आनंद जैन, डॉ. हीना मंसुरी, डॉ. शमा अगवान, डॉ. नेहा जैन, डॉ. राकेश वर्मा, डॉ. योगेन्द्र पाटीदार डॉ. दिव्या पोरवाल, डॉ. राजेश मांगरोलिया, डॉ. प्रज्ञा पाण्डे, डॉ. रचना श्रीवास्तव आदि शिक्षकगण उपस्थित थे। संचालक महाविद्यालय की छात्रा भूमिका यादव, सकिना बाम्बेवाला व रिना परमार ने किया एवं आभार महाविद्यालय के प्रबन्धक दिनेश उपाध्याय ने माना।
सीएम राइज में शिक्षक दिवस पर विद्यार्थी बने शिक्षक
वैश्विक संस्था टी-4 में चयनीत सीएम राइज विनोबा रतलाम में अनुठे अंदाज में शिक्षक दिवस मनाया। शिक्षक दिवस पर विद्यार्थियों ने शिक्षकों की जिम्मेदारी निभाते हुए शिक्षक बन अपनी-अपनी क्लास में विद्यार्थियों को पढ़ाया। शिक्षक बने विद्यार्थियों ने लंच ब्रेक तक में भी कक्षाओं में पढ़ाया, इसके बाद उन्होंने शिक्षकों के सम्मान में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। पहले तीन कालखंड तक विद्यार्थी शिक्षक बनें और उन्होंने शिक्षकों के स्थान पर कक्षाओं में पढाया। शिक्षक अन्य विद्यार्थियों के साथ पीछे बैठकर सहभागी बनें। कक्षा 1 से 12वीं तक 36 पीरियड की टीचिंग विद्यार्थियों द्वारा की गई। विद्यार्थियों ने स्वयं सारे शिक्षकों के लिए हाथों से अलग-अलग तरह के कार्ड बनाये और कपड़े से बने सुंदर-सुंदर बैज बनाये। कार्यक्रम का सफल संचालन भी छात्रसंघ सदस्यों द्वारा किया और शिक्षकों को कार्ड, बॉलपेन भेंट कर उन्हें बैज पहनाए। विद्यालय परिसर की सजावट से लेकर मंच सज्जा तक का कार्य कम लागत की सामग्री से विद्यार्थियों ने मिलकर तैयार किया। इसके लिए उन्होंने पूर्व बैठक कर जिम्मेदारिया तय की और गरिमामय आयोजन किया।