- सिविल सर्जन बोले कार्य असन्तोषप्रद, संविदा उपयंत्री को नजर आ रहा सब कुछ बेहतर
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
जिले की बदहाल सरकारी स्वास्थ सेवा आर्थिक अनियमित्ताओं का गढ़ बन गया है। हाल ही में जिला और बाल अस्पताल सहित एमसीएच (मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल) भवनों के रंग-रोगन का ठेका हुआ। ठेकेदार ने सांठगांठ कर इन भवनों पर नियम मुताबिक होने वाले आईएसआई मार्का के प्लास्टिक पेंट की बजाए लोकल डिस्टम्बर पोतना शुरू कर दिया। अनियमित्ता और ठेकेदार की मनमानी ऐसी है कि सिविल सर्जन ने उक्त कार्य को लेकर असंतोष व्यक्त किया तो दूसरी तरफ सीएमएचओ में कार्यरत संविदा उपयंत्री को ठेकेदार का कार्य बेहतर नजर आ रहा है।
हाल में कायाकल्प के नाम पर जिला और बाल अस्पताल सहित एमसीएच (मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल) भवनों की मरम्मत और रंगाई-पुताई पर लाखों खर्च कर बीमार सिस्टम को बेहतर दिखाने की कोशिश हुई थी। इसके तुरंत बाद आम जनता की मेहनत की कमाई को फिजूलखर्ची के नाम पर सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर नानावरे कार्यालय की नोटशीट पर उज्जैन संभाग कार्यालय से 21 लाख 80 हजार का टेंडर ऑनलाइन जारी कर दिया गया। सूत्रों के अनुसार रंग-रोगन का उक्त कार्य सीएमएचओ कार्यालय के करीबी गौतम कंस्ट्रक्शन एंड डेवलपर ने हासिल कर लिया। गौतम कंस्ट्रक्शन एंड डेवलपर के ठेकेदार को मुख्यालय से हुए अनुबंध के मुताबिक आईएसआई मार्का का प्लास्टिक पेंट से भवनों की दीवार चमकाना थी। अनुबंध के विपरीत सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर और कार्यालय की संविदा उपयंत्री कामिनी मालवीय की सांठगांठ से बेख़ौफ़ ठेकेदार लोकल डिस्टम्बर से सिर्फ औपचारिकता निभाई जा रही है। मुद्दे पर सीएमएचओ डॉ. ननावरे ने मोबाइल रिसीव नहीं किया।
मुद्दे पर किसने क्या कहा
1- जिला और बाल अस्पताल सहित एमसीएच में नियम मुताबिक पुताई हो रही है। उक्त कार्य से संतोषप्रद हूँ। – कामिनी मालवीय, संविदा उपयंत्री-सीएमएचओ कार्यालय रतलाम
2- मुझे उक्त कार्य की कोई सूचना और जानकारी नहीं थी। जब कार्य शुरू हुआ तो जानकारी मांगी गई। अभी तक स्वीकृत कार्य के अनुबंध की जानकारी उपलब्ध नहीं करवाई गई। – आनंद चंदेलकर, सिविल सर्जन – जिला अस्पताल रतलाम