पुलिस ने पुराने रिकॉर्ड से की लाश कि शिनाख्ती, लिव इन में रह रही थी मृतक महिला
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
थाना दीनदयाल नगर क्षेत्र अंतर्गत पलसोड़ी के जंगल में मिली महिला की लाश के पीछे पुलिस ने हत्या का खुलासा किया। 14 जुलाई को अज्ञात महिला की लाश मिलने की सूचना पर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने खुद मौके पर पहुंच कर घटना स्थल का निरीक्षण किया था। जिसके बाद जांच टीम बनाकर पुलिस मृतिका की शिनाख्ती व आरोपियों की तलाश में जुट गई। हत्या के 8 दिन बाद शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस में सीएसपी हेमंत चौहान ने पूरे मामले का खुलासा किया। पुलिस ने मामले में मृतिका की मुंह बोली बहन दल्लुबाई पति स्व. मनोहर उर्फ मीनु वर्तमान पति जगदीश डामर उम्र 32 वर्ष निवासी ग्राम परनाला थाना शिवगढ़ व जगदीश पिता भेरू डामर उम्र 30 वर्ष निवासी ग्राम सनावदा थाना स्टेशन रोड को गिरफ्तार किया। आरोपियों पर आईपीसी की धारा 302, 34 में मामला पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया।
सीएसपी चौहान ने बताया की अज्ञात मृतिका के हाथ पर लिखे नाम एवं उसके कपड़ों के फोटो देखकर रतलाम के मिशन कंपाउंड निवासी शंभू मसीह ने अज्ञात मृतिका की पहचान पार्वतीबाई पति स्व. दुलेसिंह मईड़ा उम्र 45 वर्ष निवासी राजपुरा हलमुकाम मिशन कंपाउंड के रूप में की। पुलिस ने CCTNS पोर्टल पर पिछले रिकॉर्ड व सीसीटीवी की मदद से शिनाख्ती को पुख्ता किया। महिला के पति की मृत्यु के बाद वह करीब 3 साल से शंभू मसीह के साथ खुद की मर्जी से लिव इन में रह रही थी। 12 जुलाई की सुबह शंभु मसीह मछली पकड़ने चला गया था तब पार्वतीबाई घर पर थी। उसी दिन पार्वतीबाई को उसकी मुंह बोली बहन दल्लुबाई व उसका पति जगदीश घुमाने के बहाने पलसोड़ी जंगल तरफ ले गए।
जांच के दौरान सामने आया की पार्वतीबाई उसकी मुंह बोली बहन दल्लुबाई व जगदीश के साथ पटेलमाली खाई जंगल (पलसोड़ी) गई मगर शाम के समय केवल दल्लूबाई व उसका पति दोनों ही मोटरसाइकिल से वापस आए। दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो आरोपियों ने बताया की द्वेष व रुपयों के लालच में आकर हत्या की नियत से मृतिका को मोटरसाइकिल पर बैठाकर पटेलमाल खाई जंगल ले गए। जहां सुनसान जगह पर पार्वतीबाई का गमछे से गला घोटकर हत्या कर दी। इस दौरान आरोपियों ने पार्वतीबाई के पास रखे रुपए भी छीन लिए। पुलिस ने आरोपियों के पास से सीडी डीलक्स मोटरसाइकिल क्रमांक MP-43 DW-3870, दो मोबाइल व मृतिका का बटुआ 6 हजार रुपए नगदी के साथ बरामद किया।
छोड़ दे! जगदीश लालची व शराबी है
पुलिस ने बताया कि मृतिका पार्वतीबाई उसकी मुंह बोली बहन दल्लुबाई के सामने अक्सर जगदीश के बारे में भला – बुरा कहती थी। आरोपी जगदीश, मृतिका की मुंह बोली बहन दल्लुबाई का दूसरा पति था। दलुबाई के भी पहले पति की मौत हो चुकी है। पार्वतीबाई का कहना था कि छोड़ दे जगदीश लालची व शराबी है, वह अच्छा आदमी नहीं है मगर दल्लुबाई उसके पति जगदीश को छोड़ना नहीं चाहती थी। इसी बात को लेकर दल्लुबाई व जगदीश दोनों पार्वतीबाई से मन ही मन द्वेष रखने लगे। पार्वती कबाड़े व पन्नी बिनने का काम करती थी। जिसके रुपए बचाकर वह अपने पास बटुए में रखती थी। उसके पास करीब 30 से 40 हजार रुपए नगदी थे।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
अंधे कत्ल के खुलासे में दीनदयाल नगर थाना टीआई दीपक कुमार मंडलोई, उनि शांतिलाल चौहान, उनि निशा चौबे, सउनि प्रकाशचन्द्र रालोतिया, सउनि प्यारसिंह अलावे, प्रधान आरक्षक मनोज पाण्डेय, जितेन्द्रसिंह गौड़, अंकलेश्वर पाटीदार, जयेन्द्रसिंह, नवीन पटेल, आरक्षक राकेश दांगी, दीपकसिंह, महिला आरक्षक मोना, कैलाशी कटारा, प्रमिला राठौड़ सहित टीम की सरहनीय भूमिका रही।