असीम राज पांडेय, केके शर्मा
रतलाम। चुनावी मौसम में नेताओं के संग अपराधी भी रंग (पार्टी) बदलने में लगे हुए हैं। सराफा बाजार क्षेत्र के हत्याकांड में आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवाज उठाने से नाराज अपराधियों ने हाथ का पंजा छोड़ दिया है। चर्चा यह भी है कि अपराधियों को फूलछाप पार्टी में आने वाला समय हरा-हरा दिख रहा है। यह अपराधी वहीं हैं जिनके खिलाफ हत्या में शामिल होने से लेकर जुए-सट्टे की संलिप्ता के चर्चे जोर-शोर से सुनाए जाते हैं। फूलछाप पार्टी में शामिल होने के बाद अपराधियों का सोशल मीडिया पर वायरल फोटो ने आमजन की दिमाग की बत्ती हिलाकर रख दी। ये अंदर की बात है कि नई पार्टी का दामन थामने वाले चाचा-भतीजे ने महापौर चुनाव में हाथछाप के साथ मिलकर फूलछाप पार्टी के लिए कई मुसीबतें खड़ी की थी। बावजूद इसके ऐसे लोगों को फूलछाप पार्टी में स्वागत कर शामिल करने के मुद्दे ने राजनीति गलियारों के अलावा चौराहों पर चर्चा को गरमा दिया है। साथ ही उस परिवार पर क्या गुजर रही होगी जिसने अपना पति, पिता खोया है।

राजा के साथ रानी को देख छा गई खुशी
प्रत्याशियों के समर्थन में अपनी-अपनी पार्टी के स्टार प्रचारक मैदान में उतर चुके हैं। फूलछाप पार्टी के मुखिया की सभा के दूसरे दिन हाथछाप पार्टी के नेता अंचल में पहुंचे। विवादित बयानों से सुर्खियों में रहने वाले राजा के उड़नखटोले में रानी भी साथ आई। राजा को सभास्थल तक ले जाने और वापस उड़नखटोले तक छोड़ने के लिए रतलाम ग्रामीण से जुड़े एक समर्थक ने एक दिन पहले ही नया वाहन खरीदा। उड़नखटोले में राजा के साथ रानी को देख समर्थक के चेहरे पर खुशी की लहर छाई। उड़नखटोला उतरने वाले स्थान के पास खड़े नए वाहन के पास समर्थक भी खड़े रहे। ऐसे में वहां मौजूद कुछ समर्थकों को राजा के साथ वाहन में बैठने की उम्मीद थी। लेकिन राजा, राजा ठहरे। उड़नखटोले से उतरकर सीधे वाहन के पास पहुंचे तो उन्होंने साफ कह दिया केवल प्रत्याशी वाहन में बैठेंगे। यहां तक प्रत्याशी को आगे बैठाया, जबकि राजा व रानी पीछे की सीट पर बैठे। ऐसे में नए वाहन में राजा साहब के साथ बैठने की उम्मीद रखने वाले नेताजी के मंसूबे पर पानी फिर गया।
हाथछाप प्रत्याशी के करीबी चारों खाने चित
रतलाम शहर में हाथछाप पार्टी प्रत्याशी के करीबी समर्थक द्वारा सोशल मीडिया पर हमला करना बंद कर दिया है। प्रश्न-उत्तर में शुरू की गई अंक आधारित कहानी में कई कटाक्ष ऐसे थे जिसे जनता राजनीति स्टंट मान हाथछाप प्रत्याशी की हंसी उड़ा रही थी। इसी बीच फूलछाप समर्थक ने एक कहानी ऐसी लिखी जिसमें हाथछाप प्रत्याशी के पूर्व के कार्यकालों की कलई खुल गई। फूलछाप समर्थक की ओर से जारी कहानी जनता ने फारवर्ड कर उसे सराहा। फूलछाप समर्थक की कहानी जैसे ही सोशल मीडिया पर आई तभी एक रतलाम के एक जागरूक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर कमेंट किया कि …लो पत्थर का जवाब अब ईंट से। इसके बाद हाथछाप पार्टी के करीबी समर्थक चारों खाने चित नजर आए। ऐसे में चर्चा है कि जिनके घर कांच के होते हैं वह दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं उछालते।