रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
रतलाम। रतलाम झाबुआ रोड बने हुए 6 साल होने को आ गए है। अब जाकर अचानक से रतलाम से आगे करमदी रोड पर टोल प्लाजा शुरू कर दिया है। ना तो इस टोल पर दो पहिया वाहन चालको के लिए सही से रास्ता बनाया नहीं एंबुलेंस के लिए। यहां तक ना तो सीसीटीवी कैमरे लगे हैं तो नहीं पीने के पानी से लेकर सुलभ शौचालय की व्यवस्था।
अचानक से टोल शुरू होने से वाहन चालको के साथ विवाद की स्थिति उत्पन्न हो रही है जबकि नियमानुसार टोल शुरू करने के पहले टोल शर्तों के अनुसार सारी व्यवस्था करना पड़ती है। कोरोना महामारी से लोग अभी उबरे नहीं है। पेट्रोल डीजल के भाव में लगातार बढ़ोतरी जारी है। ऐसे में अचानक से टोल प्लाजा शुरू करने का विरोध लगातार किया जा रहा हैं। मंगलवार दोपहर ग्रामीण एक बार फिर युवक कांग्रेस के बैनर तले लामबंद हुए। इस दौरान सड़क पर बैठ ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते हुए टोल से अवैध वसूली बंद करने की आवाज उठाई। एहतियात बतौर मौके पर पुलिस बल भी पहुंचा। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेता राजेश पुरोहित, शैलेंद्र अठाना, कमलेश सिंघाड़ सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद हैं। बता दे कि पिछले दिनों करनी सेना (मूल) द्वारा भी टोल कर्मचारियों के खिलाफ प्रदर्शन किया था।
छिंदवाड़ा की एजेंसी का कांट्रेक्ट
रतलाम झाबुआ मार्ग एमपीआरडीसी के अधीन बना है। छिंदवाड़ा की एक एजेंसी को इस टोल का टेंडर स्वीकृत हुआ है। एजेंसी द्वारा अधूरी व्यवस्थाओं के पीछे टोल वसूली शुरू कर दी है। अधिकारियों को भी इस बारे में जानकारी है लेकिन कोई बोलने के लिए तैयार नहीं है। यहां तक सत्ता के जनप्रतिनिधियों ने भी चुप्पी साध रखी हैं।