– पोस्टर पर है जिसका नाम वह कुछ दिन पूर्व ही जेल से आया बाहर
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। मध्यप्रदेश सरकार में जनजातीय कार्य मंत्री और रतलाम जिले के प्रभारी मंत्री विजय शाह एक बार फिर अपने बयान को लेकर विवादों में घिर गए हैं। भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ उनके बयान का विरोध अब सड़क पर दिखने लगा है। रतलाम शहर में कई स्थानों पर विजय शाह के खिलाफ पोस्टर लगाए गए हैं, जिनमें उन्हें “देशद्रोही” और “वतन का भाजपाई गद्दार” कहा गया है।
पोस्टर में मंत्री की तस्वीर के साथ उल्टा कमल का फूल भी दर्शाया गया है। पोस्टर पर लिखा गया है”देश की बेटी का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान”। इन पोस्टरों में ‘गौरव पोरवाल डेलनपुर’ का नाम बतौर आयोजक लिखा गया है। पोस्टर लगते ही भाजपा कार्यकर्ताओं में हड़कंप मच गया और रातों-रात कई पोस्टर हटा दिए गए। बता दें कि पोस्टर पर जिस गौरव पोरवाल डेलनपुर का नाम अंकित है। उसे सैलाना क्षेत्र में आबकारी विभाग ने शराब के अवैध परिवहन के मामले में गिरफ्तार किया था और कुछ दिनों।पूर्व ही जमानत पर जेल से बाहर आया है। पुलिस जांच में जुटी है कि यह पोस्टर किसके द्वारा लगाए गए हैं।
सैलाना विधायक समर्थन कर सोशल मीडिया पर घिरे
मंत्री विजय शाह को जहां चौतरफा आलोचना का सामना करना पड़ रहा है, वहीं भारतीय आदिवासी पार्टी के सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार उनके समर्थन में सामने आए हैं। उन्होंने ‘X’ हैंडल पर लिखा, “मुश्किल से आदिवासी व्यक्ति को मंत्री बनने का अवसर मिलता है। विजय शाह जी एक अनुभवी नेता हैं और उन्हें सिर्फ इसलिए टारगेट किया जा रहा है क्योंकि वे आदिवासी हैं।” हालांकि, डोडियार के इस बयान पर उन्हें सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया झेलनी पड़ी। कई यूजर्स ने लिखा कि आदिवासी या गैर-आदिवासी से फर्क नहीं पड़ता, गलत बयान के लिए समर्थन नहीं दिया जाना चाहिए। एक यूजर ने यह भी लिखा कि जब आदिवासी समाज पर अत्याचार होते हैं, तब नेता चुप क्यों रहते हैं?
माफी और कानूनी कार्रवाई
मंत्री विजय शाह के विवादित बयान के बाद पूरे प्रदेश में विरोध की लहर फैल गई थी। मामला इतना बढ़ा कि कोर्ट के निर्देश पर उनके खिलाफ केस भी दर्ज हो गया। बढ़ते दबाव को देखते हुए मंत्री ने बुधवार को फेसबुक पर वीडियो जारी कर माफी मांगी। उन्होंने कहा कि उनका इरादा किसी का अपमान करने का नहीं था और बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है।