रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
शहर के शिवाजी विराट ग्रुप द्वारा पर्यावरण संरक्षण का एक अनूठा संकल्प लिया गया है। इन युवाओं के संकल्प ने पिछले 11 साल से पीओपी के श्री गणेश को ना कह दिया है। ग्रुप के सदस्यों ने शहर के अन्य पांडालों व समितियों को भी पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक होने का आव्हान किया है। ग्रुप के तरुण सांखला ने बताया की यह भृम व गलत संदेश लोगो के बीच है कि 5 या 8 फिट से अधिक की मूर्ति का निर्माण मिट्टी से नहीं हो सकता। जबकि हमारे द्वारा विगत 11 वर्षों से 15 फिट से अधिक लंबाई की मिट्टी की मूर्ति कलाकार से बनवाई जा रही है।
इस वर्ष भी स्थापित मूर्ति 11 फीट चौड़ी व 15 फीट लंबी है। जिसे सड़क मार्ग से लाने में 20 घंटे का समय लगा है। शिवाजी विराट ग्रुप में 25 से अधिक कार्यकर्ता है जो की 21 वर्षों से गणेश स्थापना का आयोजन करते आ रहे है। आपको बता दे कि 11 साल से मालिकुआं में शिवाजी विराट ग्रुप द्वारा मिट्टी के श्री गणेश बैठाए जा रहे है जो कि सम्भवतः शहरभर में सबसे बड़ी व भव्य गणेश मूर्ति के रूप में जाने जाती है। पांडाल में पुलिस प्रशासन के निर्देशानुसार सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था व वाटर प्रूफ पांडाल की भी व्यवस्था की गई है। 10 दिवसीय आयोजन में विभिन्न प्रकार की सांस्कृतिक व खेल गतिविधियों का क्रम चलता रहता है। अंतिम दिवस पर ढोल नगाड़ों के साथ चल समारोह निकालकर बप्पा को विदाई दी जाएगी। तालाब में विसर्जन होते ही 1 से 2 घण्टे में मूर्ति पुनः मिट्टी का रूप लेने लगेगी।