रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
मध्यप्रदेश के खरगोन व सेंधवा में रामनवमी पर हिन्दू समाज द्वारा निकली गई शोभायात्रा के दौरान एक वर्ग विशेष के लोगों द्वारा सुनियोजित तरीके से पथराव, आगजनी की घटना को लेकर रतलाम के हिन्दू संगठनों ने विरोध जताया। आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए बुधवार दोपहर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन एसडीएम राजेश शुक्ला को सौपा। साथ ही मांग कि गई कि मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में ड्रोन कैमरे से निगरानी की जाए।
विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल के पदाधिकारी व कार्यकर्ता बड़ी संख्या में कलेक्टोरेट में एकत्र हुए। विरोध को देखते हुए पुलिस बल भी लगाया गया। जमकर नारेबाजी भी हुई। सौपे गए ज्ञापन में बताया कि जिला खरगोन एवं सेंधवा के हिन्दू समाज के लोगों द्वारा निकाली गई शोभायात्रा पर जिहादियों के द्वारा उनके घरों की छत से पत्थर फेंके गये और गोलीयां भी चलाई थी, जिससे शोभा यात्रा में शामिल कई लोगों को गंभीर चोटें भी आई है। जिहादियों के द्वारा सुनियोजित तरीके से मात्र पत्थरबाजी ही नहीं की गई अपितु हिन्दू परिवारों की दुकानों और मकानों को भी आग के हवाले कर दिया गया, जिससे काफी अफरा-तफरी का माहौल बना जिसका अवैधानिक फायदा उठाते हुए मुस्लिम वर्ग के उत्पातियों ने हिन्दू महिलाओं के साथ भी गलत हरकते की है। जिसके विरुद्ध पुलिस प्रशासन के द्वारा समय पर कार्यवाही नहीं करने के कारण मुस्लिम वर्ग के उत्पातियों का हौसला और बढ़ गया और खरगोन तथा सेंधवा में इतनी बडी घटना हिन्दू समाज के साथ हुई है।
पुलिस को भनक नहीं लगना संदेह
ज्ञापन में बताया कि खरगोन एवं सेंधवा में उत्पातियों द्वारा किए गए सुनियोजित षड्यंत्र की कोई भी भनक पुलिस प्रशासन को नहीं होना भी संदेह का विषय है क्योंकि इतने बडे स्तर पर मुस्लिम समुदाय के घरों से पत्थरबाजी होना और पत्थरों को घरों की छत्त पर एकत्र करने की सूचना पुलिस प्रशासन को नहीं होना पुलिस प्रशासन की नाकामी को दर्शाता है। पुलिस प्रशासन के द्वारा समय पर घटनास्थल पर नहीं पहुचनें के कारण भी कई जगह दंगाईयों ने अत्यधिक उत्पात मचाया और हिन्दू परिवारों के घरों में लूटपाट की गई। जिहादियों के होंसले इतने बुलंद है कि, उनके द्वारा एसपी को मारने के इरादे से गोली चलाई गई।
ड्रोन से रखना थी नजर
पदाधिकारियों ने बताया कि पुलिस प्रशासन को शोभा यात्रा के पूर्व में ही तथा शोभा यात्रा निकलने के दौरान ड्रोन कैमरे से नजर रखना थी परंतु पुलिस प्रशासन द्वारा ऐसा भी कोई कदम नहीं उठाया गया। शोभायात्रा पर मुस्लिम वर्ग के जिहादियों द्वारा किए गए उपरोक्त आपराधिक कृत्य के लिए सभी व्यक्तियों को चिन्हित करते हुए दोषियों के अलावा उन प्रशासनिक अधिकारीयों के विरुद्ध भी कार्यवाही की जाए। साथ ही मुस्लिम बाहुल्य इलाकों के घरों की छतों की निगरानी ड्रोन एवं पुलिस अधिकारीयों से करवाई जाए।