– मातम-ए-खंदक (चूल) के अंगारों पर चलने से पहले निकाला जुलूस
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
मध्यप्रदेश के जावरा में प्रसिद्ध हुसैन टेकरी पर हजरत इमाम हुसैन और उनके साथियों की याद में 81वां चेहल्लुम मनाया। पहले हैदराबाद की अंजुमन-ए-हैदरिया अलहिंद ने अलम का जुलूस निकाला, रात में हुसैनी मिशन ने मातम-ए-खंदक-खंदक (चूल) का आयोजन किया। सबसे पहले चूल में जलते अंगारों पर 48 दूल्हे (अलमदार) चलकर निकले। खास बात यह है कि बड़ी संख्या में हिन्दू भी यहां जियारत करने पहुंचे।
जावरा के हुसैन टेकरी पर ऐसी मान्यता है कि चेहल्लुम में अंगारों पर गुजरने से बीमारी व भूत प्रेत की बाधा नष्ट होती हैं। इसी के चलते हजारों लोग अपनी समस्या दूर करने के लिए जलती चूल पर चलते हैं। शुरुआत में चूल से पहले (अलमदार) दूल्हे गुजरते हैं। रतलाम जिले के जावरा में देशभर से श्रद्धालु जियारत करने पहुंचे हैं। बड़ी संख्या में देश नहीं बल्कि विदेश से भी आने वाले बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने से पहले जिला और पुलिस प्रशासन व्यवस्थाओं में जुटा रहा। रातभर आयोजन में बड़ी संख्या में अधिकारी और कर्मचारी डयूटी पर डटे रहे।