रतलाम, वन्देमातरम् न्यूज।
रतलाम शासकीय मेडीकल कॉलेज के डॉक्टर और पैरामेडीकल स्टाफ 7 मार्च को ना वेतन ना कार्य की तर्ज पर हड़ताल कर विरोध दर्ज कराएंगे। हालाँकि प्रोग्रेसिव मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के आह्वान पर होने वाली हड़ताल सुबह 10 से 12 बजे तक चलेगी। सीएम के नाम ज्ञापन डीन डॉ.जितेंद्र गुप्ता को ज्ञापन सौंपने के बाद भी सुनवाई नहीं होती है तो चरणबद्ध आंदोलन की रुपरेखा तैयार की जाएगी।
जानकारों के अनुसार पिछले दो महीनों से वेतन नहीं मिला है। वेतन के अभाव में स्टाफ को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड रहा है। मेडीकल कॉलेज प्रशासन डॉक्टर और पैरामेडीकल स्टाफ की समस्याओं के प्रति भी उदासीन है। कॉलेज प्रशासन की अनियमितताओं के चलते मेडीकल कॉलेज के प्रोग्रेसिव मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन ने 7 मार्च 2022 को सांकेतिक हडताल का निर्णय लिया है।
एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष डॉ.प्रवीणसिंह बघेल ने बताया कि दो महीने पहले भी इसी तरह की स्थितियां बनी थी। चिकित्सकों और अन्य स्टाफ द्वारा कई बार मांग किए जाने के बाद दो महीनों का वेतन दिया गया था। लेकिन पिछले दो महीनों से फिर से चिकित्सक और पैरामेडीकल स्टाफ का वेतन अटका पडा है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन के सामने कई बार वेतन भुगतान का मामला उठाए जाने के बावजूद इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। दो महीने से वेतन नहीं मिलने के कारण मेडीकल कॉलेज के पैरामेडिकल स्टाफ की स्थिति अधिक खराब हो रही है। नर्सिंग और अन्य पैरामेडिकल स्टाफ के लोग प्रदेश के दूर दराज स्थानों से आकर यहां नौकरी कर रहे है। वेतन नहीं मिलने से उनके सामने जीवन यापन का संकट खडा हो गया है। इसी तरह चिकित्सा शिक्षक संघ की कई अन्य मांगे भी लम्बित है। इन मांगों को लेकर पूर्व में भी मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया गया था,परन्तु अब तक कोई सकारातात्मक परिणाम सामने नहीं आए है। सचिव डॉ. आशीष दामा ने बताया कि इन परिस्थितियों के चलते चिकित्सा शिक्षक संघ ने सोमवार 7 मार्च को दो घण्टे की सांकेतिक हडताल करने का निर्णय लिया है। यह सांकेतिक विरोध प्रदर्शन सुबह 10 से 12 बजे के बीच किया जाएगा। इस अवधि में चिकित्सा शिक्षक संघ के सदस्य चिकित्सक ना वेतन ना कार्य की तर्ज पर दो घण्टे तक अपने रुटीन कार्यों से दूर रहेंगे।