– रतलाम एसपी की अपील धोखाधड़ी का हुए शिकार तो पुलिस को करें शिकायत
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
ऑनलाइन एप से लोगों की मेहनत की कमाई को डकारने वाली फर्जी एमटीएफई कंपनी की हिस्सेदारी कंपनी कलिन के मालिक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। खास बात यह है कि रतलाम पुलिस ने स्पेन में क्रिप्टो एक्सचेंजर बाइनेंस से संपर्क कर लोगों की जमा राशि को फ्रीज भी करवाया है। बेंगलुरू में संचालित फर्जी कंपनी का मालिक योगानंद सहित स्टेशन रोड थाने पर दर्ज प्रकरण में गिरफ्तार संदीप टांक निवासी प्रतापगढ़, गोविन्द सिंह चंद्रावत निवासी जवाहर नगर को न्यायालय में पेश किया। जहां से सभी आरोपियों को 6 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है।
एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया कि एमटीएफई का फ्राड इटंरनेशनल स्टार पर चल रहा है। भारत के अलावा इस फ्राड पर सिंगापुर, श्रीलंका की एजेंसियां जांच में जुटी है। भारत में सबसे पहले रतलाम पुलिस फर्जी एमटीएफई ऑनलाइन कंपनी को लेकर पहली कार्रवाई की गई है। लोगों को विश्वास दिलाने के लिए फर्जी एमटीएफई ने श्रीलंका में हुए क्रिकेट लीग के दौरान विज्ञापन तक दिखाया था। धीरे-धीरे लोगों को झांसे में लेकर यह फर्जीवाड़ा करने लगे। भारत में ही करीब 10 लाख 68 हजार से भी ज्यादा अकाउंट हैं। रतलाम पुलिस ने देश में पहली बार इस स्तर तक कार्यवाही की है। आगे जाकर इस मामले में ईडी और केंद्रीय एजेंसियां भी जांच में शामिल हो सकती हैं। इसके लिए उनसे पत्राचार किया जा रहा है।
कंपनी मालिक संग प्रमोटर्स पर कसा शिकंजा
एसपी लोढ़ा ने बताया कि रतलाम जिले के हुजैफा जमाली के साथ गोविंद सिंह पिता रतन सिंह चंद्रावत निवासी जवाहर नगर, संदीप पिता फकीर चंद्र निवासी प्रतापगढ़ को गिरफ्तार किया है। गोविंद और संदीप न केवल प्रचार कर रहे थे, बल्कि उन्हें जानकारी थी कि बॉयनेंस कंपनी का वीडियो दिखाकर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। इसके बावजूद वे निवेश करने वाले लोगों से उनके क्यूआर कोड और नगद में पैसा लेकर कंपनी के लिए निवेश करवा रहे थे। इन तीनों के अलावा बैंगलोर में कलिन नाम से फर्जी कंपनी बनाकर रुपयों को ब्लैक से वाइट करके निकालने में मदद करने वाले योगानंदा निवासी बेंगलुरू को भी गिरफ्तार किया है। योगानंदा कलिन कंपनी का मालिक बताया जा रहा है।
एसपी की अपील-किया ऐसा निवेश तो हमें बताएं
एसपी ने बताया कि रतलाम जिले के जो लोग पुलिस के पास आए थे, उनकी एफआईआर दर्ज करके कार्यवाही को पहली बार इस मुकाम तक पंहुचाया है। बाइनेंस कंपनी से संपर्क करके 39 लाख रुपए फ्रीज़ करवाए हैं। उन्होंने सभी से अपील की है कि जिसने भी यहां निवेश किया है, वह क्यूआर कोड, नाम, एड्रेस आदि के साथ जानकारी पुलिस को भेजे तो संभवत: उनका पैसा भी वापस मिल सकता है। यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह फ्राड इंटरनेशनल लेवल पर है और जितने ज्यादा लोग सामने आएंगे राशि जारी करवाने के लिए उतना दबाव बनाया जा सकेगा।