– दबाव बनाकर आत्मदाह का प्रयास करने वाले के खिलाफ भी मामला दर्ज, मामले में 2 आरोपी हो चुके गिरफ्तार
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। दीनदयाल नगर थाना परिसर में खुद को आग लगाने वाले सजायाफ्ता अभियुक्त के प्रकरण में रतलाम एसपी अमित कुमार ने एसआईटी गठित कर दी है। इस मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया। मामले में आत्मदाह का प्रयास करने वाले सजायाफ्ता अभियुक्त के खिलाफ भी।पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है।

हत्या के प्रकरण में सजायाफ्ता अजयसिंह उर्फ अज्जू चोटी (35) पिता मदनसिंह ने शुक्रवार को देर रात दीनदयाल नगर थाना परिसर में पेट्रोल डालकर आग लगा ली थी। उसका इंदौर के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है और स्थिति गंभीर बताई जा रही है। इस मामले की जांच के लिए एसपी ने एसआईटी गठित की है। डीएसपी अजय सारवान के मार्गदर्शन में बनी टीम में बिलपांक थाना प्रभारी अय्यूब खान को इसका प्रभारी बनाया गया है। टीम में माणकचौक थाना प्रभारी अनुराग यादव, हाट की चौकी प्रभारी मुकेश सस्तिया और दीनदयाल नगर के 2 आरक्षकों को भी शामिल किया गया है। थाना प्रभारी खान ने बताया कि प्रकरण की जांच कर रहे हैं। इस मामले में दीनदयाल नगर थाना पुलिस ने आरोपी मुकेश कटारा और करण कटारा निवासी ईश्वर नगर को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां से दोनों को जेल भेज दिया।
क्या है पूरा मामला, विस्तृत से पढ़ें
ईश्वर नगर निवासी विकास पोरवाल ने 17 दिसंबर को थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इसमें बताया था कि अजयसिंह ने ईश्वर नगर रेलवे फाटक के पास मारपीट कर रुपए छीनने की कोशिश की थी। इसके बाद 28 दिसंबर को अजयसिंह के साथ मारपीट हुई थी। इस मामले में पुलिस ने 9 जनवरी को करण कटारा, राहुल कटारा, मुकेश कटारा, अनिता, विकास पोरवाल और अयान के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था। पार्षद अनिता कटारा ने अजय द्वारा दर्ज करवाई गई रिपोर्ट को झूठी बताते हुए जांच के लिए आवेदन दिया था। उसके आधार पर पुलिस जांच कर रही थी। इसी प्रकरण में धारा बढ़ाने और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अजय थाने पर गया था। पुलिस के अनुसार 6 और 14 फरवरी को अजय नशे की हालत में थाने पर आया था और आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करने पर आत्महत्या करने की चेतावनी दी थी। तब उसे समझाकर भेज दिया था। शुक्रवार की रात थाना परिसर में उसने नशे की हालत में पेट्रोल डालकर आग लगा ली। 2013 में हुई नरेंद्र सिंह की हत्या के मामले में अजय को आजीवन कारावास की सजा हो चुकी है और वह वर्तमान में जमानत पर छूटा है।