– प्रधानमंत्री मोदी ने इन्वेस्टर्स को बताई अपार संभावनाएं, स्टेट हैंगर पर मंत्री काश्यप ने दी विदाई
भोपाल, वंदेमातरम् न्यूज। भोपाल में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से लगकर रतलाम में तैयार हो रहे विशेष निवेश क्षेत्र का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश का जो इन्फ्रास्ट्रक्चर है, उसे मध्यप्रदेश सरकार आधुनिक पालिसी और स्पेशल इंडस्ट्रीयल इंफ्रास्ट्रक्चर से सपोर्ट कर रही है। एमपी में 300 से ज्यादा इंडस्ट्रियल झोन्स है। रतलाम, पिथमपुर और देवास में हजारों एकड़ के इन्वेस्टमेंट झोन भी डेवलप किए जा रहे है। आप सभी इन्वेस्टर्स के लिए यहां बेहतर रिटर्न की अपार संभावनाएं है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश जनसंख्या की दृष्टि से देश का पांचवां बड़ा राज्य है, कृषि और खनन में अग्रणी है, इसके साथ ही राज्य को मां नर्मदा का आशीर्वाद प्राप्त हुआ है। देश में हो रहे अधोसंरचना विकास का लाभ मध्यप्रदेश को मिला है, दिल्ली-मुम्बई नेशनल हाईवे का बड़ा भाग मध्यप्रदेश से निकलता है, प्रदेश में पांच लाख किलोमीटर का रोड नेटवर्क है और लॉजिस्टिक्स की अपार संभावनाएं विद्यमान हैं। मध्यप्रदेश में हर वो क्षमता है, जो इसे देश के शीर्ष पांच राज्यों में ला सकता है। प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को वर्ष 2025 को उद्योग वर्ष के रूप में मनाने के लिए बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने समिट में पधारे उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश में निवेश के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में निवेश का यही समय है और सही समय है। केंद्र और राज्य सरकार प्रदेश की विकास दर को नई ऊंचाइयां देने के लिए निरंतर हर संभव प्रयास कर रही है। सरकार एमएसएमई सेक्टर को गति देने के लिए एमएसएमई केन्द्रित सप्लाई चैन को विकसित करने की दिशा में कार्य कर रही है और इस सेक्टर में कार्यरत उद्यमियों को प्रोत्साहन प्रदान किए जा रहे हैं।
एमएसएमई मंत्री काश्यप ने प्रधानमंत्री मोदी को दी विदाई
ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का शुभारंभ करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी विशेष विमान द्वारा भोपाल के स्टेट हैंगर से पटना रवाना हो गए। विमान तल पर उन्हें एमएसएमई एवं भोपाल जिले के प्रभारी मंत्री चेतन्य कुमार काश्यप ने विदाई दी। प्रधानमंत्री को विदा करने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, भोपाल के सांसद आलोक शर्मा, विधायक रामेश्वर शर्मा, भगवानदास सबनानी और विष्णु खत्री भी विमानतल पहुंचे थे।