जीडी हॉस्पिटल पर अधिक राशि लेने का वीडियो वायरल, कलेक्टर ने संज्ञान लेकर शुरू करवाई जांच
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम के 80 फीट रोड स्थित जीडी हॉस्पिटल के मामले को कलेक्टर ने संज्ञान लेते हुए सीएमएचओ को जांच के आदेश दिए हैं। 2 डॉक्टरों सहित जिला विस्तार एवं माध्यम अधिकारी की टीम गठित की गई है। जांच में एक सप्ताह का समय लगेगा। रिपोर्ट सीएमएचओ डॉ. सागर को सौंपी जाएगी। इसके बाद जांच कलेक्टर बाथम देंगे। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई कलेक्टर बाथम द्वारा की जाएगी। जीडी हॉस्पिटल पर गंभीर मनमानी के आरोप भर्ती युवक ने सड़क पर आकर लगाए थे। मामले की गंभीरता पर वंदेमातरम् न्यूज ने सबसे पहले प्रकाशन किया था। इसके बाद जिम्मेदार हरकत में आए और उन्होंने मामले की जांच शुरू की।

बता दें कि 80 फीट रोड स्थित जीडी अस्पताल में सोमवार को हुए घटनाक्रम को लेकर वीडियो वायरल हुए हैं। समाचार प्रकाशन के बाद सिस्टम पर सवाल खड़े हुए। रतलाम कलेक्टर बाथम ने सीएमएचओ डॉ. एम एस सागर को निर्देश दिए। निर्देश पर उन्होंने टीम गठित की। टीम में चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रणव मोदी, वरिष्ठ सर्जन डॉ. बीएल तापडिया और जिला विस्तार एवं माध्यम अधिकारी आशीष चौरसिया को शामिल किया है। टीम के तीनों अधिकारी जीडी अस्पताल पहुंचे और वहां जांच की। अधिकारियों ने सीसीटीवी फुटेज चेक करने के साथ ही घटना के दौरान मौजूद अस्पताल के डॉक्टर, कर्मचारी और प्रबंधन से भी चर्चा की।
बड़ा सवाल यह कि इंदौर रेफर क्यों किया ?
पूरे घटनाक्रम में यह बात सामने आ रही है कि बंटी पिता अंबाराम निनामा निवासी मोती नगर को कितनी गंभीर चोट थी कि वह कई घंटों तक बेहोश रहा और उसे रेफर करना पड़ा। 2 मार्च – 2025 की रात में मोती नगर में हुए विवाद में बंटी निनामा घायल हुआ था, उसे परिजन उपचार के लिए जिला अस्पताल लेकर आए थे, जहां से उसे मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया गया था। परिजनों के अनुसार 3 मार्च – 2025 की सुबह तक होश नहीं आने पर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने इंदौर रेफर कर दिया था। इस कारण उसे उपचार के लिए जीडी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज और मेडिकल कॉलेज से इंदौर रेफर किए जाने वाला बिंदू जांच टीम के लिए प्रमुख हैं। इसको लेकर जिला अस्पताल और मेडिक्ल कॉलेज के जिम्मेदार डॉक्टरों से भी सवाल-जवाब किए जाएंगे।
यूरिन बैग लेकर बंटी ने सड़क पर लगाए थे गंभीर आरोप
2 मार्च – 2025 की रात में मोती नगर में राजेश डिंडोर और दिलीप सिंगाड़ के बीच विवाद हो गया था। दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए थे। विवाद में लाठी और पत्थरों से हमला किया गया था। दीनदयाल नगर थाना पुलिस ने दोनों पक्ष के 10 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था। बंटी के सिर पर गंभीर चोट आने पर जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज के बाद परिजन 3 मार्च को जीडी अस्पातल ले गए थे। यहां होश में आने के बाद वह अर्धनग्न स्थिति में अस्पताल के बाहर आकर शोर मचाया। आरोप लगाया कि जीडी हॉस्पिटल में उसे बांधकर रखा और परिवार से मिलने नहीं दिया। ऑपरेशन के नाम पर डेढ़ लाख रुपए मांगे। 50 हजार रुपए मेडिसन के नाम पर लिए गए। इस दौरान बंटी यूरिन बैग हाथ में लिया था और नाक में नली भी लगी थी। भर्ती बंटी ने अर्धनग्न अवस्था में जीडी हॉस्पिटल को चोर बताने के साथ आमजन से इस हॉस्पिटल में आकर उपचार नहीं कराने की अपील भी वीडियो के माध्यम से की है।
मामले में जिम्मेदारों का क्या है कहना
1) मरीज के सिर में गंभीर चोट आने पर सीटी स्कैन करवाई गई थी। इसमें डिफ्यूज एक्सोनल इंजरी आई थी। इंदौर रेफर किया था। परिवार के लोग ले गए थे। दोपहर बाद फिर लेकर आए थे। मंगलवार को परिवार के लोग फिर छुट्टी करवाकर ले गए। – डॉ. विनय शर्मा, सहायक अधीक्षक – रतलाम मेडिकल कॉलेज
2) जांच के आधार पर कार्रवाई होगी। घटनाक्रम को लेकर जांच के आदेश दिए हैं। सीएमएचओ जल्द ही रिपोर्ट देंगे। उसके आने के बाद परीक्षण करके आगे की कार्रवाई की जाएगी। – राजेश बाथम, कलेक्टर-रतलाम