रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
जिला मुख्यालय से 15 किमी दूर नामली ठिकाना का शोधपूर्ण इतिहास लिखने वाली राजकुमारी यशवंत कुमारी सोनगरा चौहान इन दिनों नामली प्रवास पर हैं। 300 वर्ष का इतिहास लिखने के लिए राजकुमारी ने बुजुर्गों से संपर्क कर चर्चा कर संकलन किया और इतिहास की किताबों के पन्ने भी पलटे। अनूठी रूचि ने राजकुमारी यशवंत कुमारी को समाज में एक अलग मुकाम दिला दिया।
रतलाम और मंदसौर की साहित्यिक संस्थाओं द्वारा शोधपूर्ण इतिहास लिखने वाली राजकुमारी यशवंत कुमारी का शॉल और श्रीफल के साथ अभिनंदन पत्र भेंट कर सम्मान किया। जैसा की विदित है कि दिल्ली वाले “बुआसा” के नाम से प्रसिद्ध इतिहासकार राजकुमारी यशवंत कुमारी ने पूर्व में नामली ठिकाने का तथ्यात्मक इतिहास अंग्रेजी में लिखा था, और अब नए तथ्यों को समाहित करके हिंदी में प्रकाशित करवाया है। उनके द्वारा मेमोयर्स आँफ यशवंत कुमारी नामली भी काफी प्रसिद्ध पुस्तक है।
लेखिका यशवंत कुमारी की शिक्षा गायत्री देवी स्कूल जयपुर में हुई और इस समय दिल्ली में निवास करती है। सम्मान के दौरान दशपुर प्राची शोध संस्था अध्यक्ष कैलाश घनश्याम पांडेय, जन परिषद के जिला संयोजक डॉ.घनश्याम बटवाल, साहित्यकार उमेश कानूनगो, दिलीप जोशी, राजा भोज जनकल्याण समिति राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेंद्रसिंह पंवार, बहादुर सिंह सोनगरा, चेतना मंच नामली के अखेराज सोनगरा, दिव्य सामाजिक संस्था संस्थापक दिलीप सिंह सिसोदिया एवं नटवर सिंह सोनगरा आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे।