रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। जिला मुख्यालय के बरबड़ रोड स्थित गेटवेल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड नर्सिंग कॉलेज की मनमानी के विरोध में बीती रात जमकर हंगामा हुआ। नर्सिंग की एग्जाम 4 दिसंबर से शुरू होना है। इसमें छात्राएं परीक्षा में नहीं बैठ पाएगी। इससे नाराज छात्राएं मंगलवार सुबह कॉलेज के सामने ही भूख हड़ताल पर बैठ गई। देर शाम तक निराकरण नहीं हुआ। सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार पहुंचे। कॉलेज से ही पैदल छात्राएं कलेक्ट्रेट के लिए निकल गई। छात्राओं के साथ पूरे रास्ते सैलाना विधायक भी पैदल चल कलेक्ट्रेट पहुंचे।
छात्राएं बरबड़ रोड स्थित गेटवेल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड नर्सिंग कॉलेज की सेकंड ईयर की स्टूडेंट है। मंगलवार से इनकी परीक्षा होना है। कॉलेज प्रबंधन ने 10 छात्राओं के फार्म जमा नहीं किए। 2 दिसंबर को एडमिट कार्ड जारी हुए तो वह एडमिट कार्ड लेने कॉलेज पहुंची। तब उन्हें इस बारे में पता चला। छात्राओं ने भील प्रदेश विद्यार्थी मोर्चा संगठन के पदाधिकारियों को जानकारी दी। मंगलवार सुबह से दिनभर छात्राएं कॉलेज के बाहर भूख हड़ताल पर बैठ गई। लेकिन समस्या का हल नहीं हुआ।
एडमिशन के दौरान कुछ, अब और कुछ
छात्रा कविता ने बताया कि एडमिशन लिया था जब प्राचार्य शीतल सर्राफ ने हमें स्कालर शिप के बेस पर एडमिशन दिया था। उन्होंने कहा था कि आधे पैसे घर से भरना है और आधे पैसे गवर्मेंट भरेगी। तुम्हारी फीस कंपलिट हो जाएगी। फर्स्ट ईयर की तो एग्जाम दिलाई। लेकिन अब सेकंड ईयर की एग्जाम है वह बोल रहे फीस कंपलिट करो। हमने फीस भी भरी लेकिन हमारे एग्जाम फार्म नहीं भरे। 2 दिसंबर को एडमिट कार्ड आए है। जब लेने गए तो पता चला कि हमारा एग्जाम फॉर्म नहीं भरा। हमने एग्जाम फार्म के रुपए भी दिए थे वह भी लौटा कर कॉलेज से बाहर कर दिया। सुनवाई नहीं होने पर कलेक्ट्रेट आए है।
विधायक के साथ पैदल पहुंची कलेक्ट्रेट
देर शाम सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार, जिला पंचायत उपाध्यक्ष केशुराम निनामा भी पहुंचे। समस्या का निराकरण नहीं होने पर छात्राओं के साथ पैदल ही कलेक्ट्रेट के लिए निकल गए। साथ में भील प्रदेश छात्र संगठन के दिनेश माल, ध्यानवीर डामोर, जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि चंदू मईड़ा भी थे। नर्सिंग कॉलेज के खिलाफ नारेबाजी करते हुए छात्राएं कलेक्ट्रेट पहुंची। यहां विधायक डोडियार के साथ छात्राएं व आदिवासी छात्र संगठन पदाधिकारी धरने पर बैठ गए।
एसडीएम ने समझाया लेकिन नहीं माने
एसडीएम अनिल भाना आए। उन्होंने विधायक समेत छात्राओं की बात सुनी। एसडीएम ने जांच की बात कही। लेकिन सभी छात्राएं मानने के लिए तैयार नहीं थी। छात्राओं का कहना था कि हमारी कल से एग्जाम है। हमें तो एग्जाम में बैठना है। बाद में अपर कलेक्टर डॉ. शालीनी श्रीवास्तव भी पहुंची। समझाने की कोशिश की। लेकिन मानने के लिए तैयार नहीं थे। एसडीएम भाना ने यहां तक कहा कि जांच कर अगले तीन माह में होने वाली एग्जाम में बैठाया जाएगा। विधायक डोडियार का कहना था कि कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ केस दर्ज करो। रात 10 बजे तक विधायक के साथ छात्राएं कलेक्ट्रेट में बैठी थी।
स्टूडेंट के साथ हो रहा भेदभाव
सैलाना विधायक कमलेश डोडियार ने कहा कि हमारे सैलाना विधानसभा के स्टूडेंट से जो नर्सिंग करते है उनके साथ भेदभाव हुआ है। दुर्भावना रखते हुए आदिवासी स्टूडेंट के परीक्षा फॉर्म नहीं भरे है। एडमिट लेने जब स्टूडेंट गए तो परीक्षा फॉर्म वापस कर दी है। हम सभी की मांग है तत्काल परीक्षा का फॉर्म भरा जाए। छात्राएं आमरण अनशन पर बैठी थी। दो तीन स्टूडेंट बेहोश भी हुई थी।