उत्कृ
असीम राज पांडेय, रतलाम। रतलाम में सफाई के मुखिया तीन दिन पहले 500 रुपए का जुर्माना भरते हैं और उसके बाद गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में उत्कृष्ट कार्य का मंत्रीजी के हाथों सम्मान पाकर फोटो खिंचवा कर गदगद हो जाते हैं। यह बात आम और खास में चर्चा का विषय बनी हुई है। अजब रतलाम की गजब कहानी में हम बताते हैं कि प्रतिवर्ष स्वच्छता सर्वेक्षण में करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी परिणाम ढाक के तीन पात रहते है। हाल ही में गणतंत्र दिवस पर उत्कृष्ट सेवा से नवाजे गए सफाई के इन साहब को सम्मान के तीन दिन पूर्व नगर सरकार के मुखिया ने अव्यवस्था पाने पर 500 रुपए का जुर्माना ठोंका था। समारोह में नगर सरकार के मुखिया के सामने जब जुर्माना भरने वाले साहब को मंत्रीजी के हाथों उत्कृष्ट सेवा का खिताब पाते देख महकमे के लोग अचरज में पड़ गए। ये अंदर की बात है… कि सफाई के मुखिया भले ही नौकरी नगर सरकार के कार्यालय में करते हों, लेकिन वह चाकरी जिले के बड़े बाबू के बंगले को चकाचक रखने में करते हैं, इसलिए बड़े बाबू के आशीर्वाद से नकारा अधिकारी को उत्कृष्ट सेवा का सम्मान देना कोई अचरज का विषय नहीं है। नियम विपरित सफाई के मुखिया की कुर्सी पर पहुंचने के सवालों से घिरे अधिकारी की जादूगरी को देख हर कोई अचरज में है। मंत्रीजी के साथ आला अधिकारियों को जनता कौस रही है कि आखिर काम नहीं करने वालों को भी उत्कृष्ट कार्य की सूची में शामिल कर कैसे सम्मानित किया जाता है।

डरती है खाकी और हो गई बदमाश की कुटाई
देवों के देव पर पैर रखकर रील बनाने वाले से खाकी डरती है। नतीजतन देवों के देव के भक्तों में नाराजी पनपी और उन्होंने दिखावे के लिए गिरफ्तार किए बदमाश की कुटाई कर दी। खाकी के सामने बदमाश की कुटाई का जब वीडियो वायरल हुआ तो बदमाश की खातीरदारी (मेहमान नवाजी) करने वाले थाने के मुखिया कुटाई करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का दावा भरते दिखाई दिए। कप्तान ने जब पड़ताल करवाई तो जांच में पाया कि ऐसे बदमाशों की अगर खाकी कुटाई नहीं करेगी तो इसी तरह का हश्र होगा। इसके बाद कप्तान ने थाने के मुखिया की भी लू उतार दी। बताया जाता है कि पिछले दिनों जिस बदमाश ने देवों के देव पर पैर रखकर रील बनाई थी, वह शातिर बदमाश होने के साथ काले नशे का कारोबारी भी है। युवाओं को नशे के दलदल में फंसाने वाले इस बदमाश के खिलाफ कई मुकदमें दर्ज हैं। जिस थाने की पुलिस ने हाल ही में इसे गिरफ्तार करने की नौटंकी दिखाई थी, उसी थाना क्षेत्र का यह निवासी है। थाना क्षेत्र के कर्मचारियों से विशेष प्रेम होने के नाते वायरल रील बनाने वाले बदमाश की दिखावे की गिरफ्तारी के बाद न्याय के मंदिर में पेश करने से पहले स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान खाकी के सामने नाराज युवाओं ने आक्रोश कुछ ऐसा उतारा कि मीडिया के सामने खाकी जवाब देने से बचती रही। ये अंदर की बात है… कि आमजन के साथ महकमें में महादेव के भक्तों में आक्रोश है कि आखिर देवों के देव पर पैर रखकर रील बनाने वाला थाने में 12 घंटे से अधिक बीताने के बाद भी पैरों से चलकर कैसे बाहर निकला?
शासन को नुकसान पहुंचाने वाले पर साहब मेहरबान
रतलाम वासियों को मूलभूत सुविधाएं देने वाले विभाग के दूसरे नंबर के अधिकारी के यहां तड़के आर्थिक अनियमित्ता पर नजर रखने वाले विभाग ने रेड मारकर पूरे महकमें की नींद उड़ा दी। अधिकारी के खिलाफ हाथ रंगने वाला विभाग पहले ही बहुचर्चित राजीव गांधी सिविक सेंटर में भूखंडों की रजिस्ट्रियां कराकर शासन को आर्थिक हानी पहुंचाने का मामला दर्ज कर चुका है। हाल ही में साहब के घर रेड के दौरान आर्थिक अनियमित्ता पकड़ने वाली टीम ने कुछ महत्वपूर्ण फाइलें भी जब्त की हैं। अधिकारी के खिलाफ दूसरी बार हुई कार्रवाई के बाद घर से जब्त फाइलें इंदौर पहुंच चुकी है। इन फाइलों में कई महत्वपूर्ण फाइलें ऐसी भी हैं जो कि करोड़ों रुपए से जुड़ी हुई हैं। भ्रष्ट अधिकारी के खिलाफ नगर निगम के प्रशासनिक मुखिया भी इतने मेहरबान है कि दूसरे नंबर के ओहदे से हटाने के बाद दूसरी बार पीछे के रास्ते से वापस लेकर आए। इसके बाद दूसरे नंबर की भूमिका दस्तावेजों से हटाकर आर्थिक विभाग का मुखिया बनाने के साथ जनकल्याणकारी और राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन की जिम्मेदारी भी सौंप दी गई। ये अंदर की बात है… कि इस अधिकारी ने ही मध्यस्ता बनाकर पहले शासन को करोड़ों रुपए का पलीता लगाया था। करोड़ों की जमीन को कोड़ियों में बेच आनन-फानन में रजिस्ट्री कराने के बाद इन साहब के प्रति वर्तमान मुखिया का मेहरबान होना अब नगर निगम के साथ चौराहों पर चर्चा का विषय है।