– मुख्य अतिथि बतौर बोले रतलाम सीएसपी घनघोरिया, 300 से अधिक बच्चों ने दी रंगारंग प्रस्तुतियां
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। विज्ञान से मानव जाति को लाभ तथा नुकसान दोनों है। अब यह व्यक्ति की इच्छा शक्ति पर निर्भर करता है कि वह विज्ञान से लाभ अथवा हानि हासिल करता है। सपनों को पूरा करने के लिए व्यक्ति खुद जिम्मेदार होता है। व्यक्ति में दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो उसके सपने अवश्य पूरे होते हैं। पालको को अपने बच्चों के मोबाइल उपयोग करते समय ध्यान रखना चाहिए कि उनका बच्चा मोबाइल पर क्या कंटेंट देख रहा है।


उक्त बात सीएसपी सत्येंद्र घनघोरिया ने मुख्य अतिथि बतौर कही। वह रतलाम श्री गुरु तेग बहादुर पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल शास्त्री नगर का वार्षिक उत्सव “संवर्धन” कार्यक्रम में मौजूद हुए। शास्त्री नगर स्थित राजपूत बोर्डिंग हाउस में विशेष अतिथि के रूप में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान प्राचार्य डॉ. नरेंद्र कुमार गुप्ता व अंग्रेजी व्याख्याता नूतन मजावदिया थींl श्री गुरु तेग बहादुर शैक्षणिक विकास समिति प्रवक्ता सुरेंद्र सिंह भामरा ने बताया कि कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथि सीएसपी घनघोरिया, डॉ. गुप्ता, मजावदिया, जीजी सिंह, समिति अध्यक्ष गुरनाम सिंह डंग, सचिव अजीत छाबड़ा प्राचार्य मेघा वैष्णव, डॉ. रेखा शास्त्री ने गुरु तेग बहादुर जी व मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्जवलन किया। अतिथियों का स्वागत अध्यक्ष डंग, उपाध्यक्ष चावला, सचिव छाबड़ा, प्रवक्ता भामरा, प्राचार्य वैष्णव, डॉ. शास्त्री, प्रधान अध्यापिका सरला माहेश्वरी ,मनीषा ठक्कर आदि ने किया। स्वागत उद्बबोधन प्राचार्य वैष्णव ने दिया। डाईट प्राचार्य डॉ. गुप्ता ने कहा कि देश में शिक्षा पद्धति में बदलाव हो रहे हैं। हमें उन्हें ध्यानपूर्वक अपनाने की आवश्यकता है। पालकों को अपने बच्चों को संस्कार के साथ-साथ नैतिक शिक्षा भी देना चाहिए तथा शिक्षकों को विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलने की प्रेरणा देना चाहिए। एक अच्छा खिलाड़ी मानसिक व शारीरिक दोनों रूप से स्वस्थ रहता है। अतः बच्चों को खेलों में रुचि अवश्य लेना चाहिए। समिति अध्यक्ष सरदार गुरनाम सिंह ने कहा कि बच्चों को मोबाइल का उपयोग सावधानी पूर्वक करना चाहिए तथा पढ़ाई व खेल दोनों में समान रूप से भाग लेना चाहिए।
300 से अधिक बच्चों ने दी रंगारंग प्रस्तुतियां
बच्चों ने सरस्वती वंदना, शबद किर्तन, स्वागत नृत्य, ड्रामा, भांगड़ा, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग डांस, बिल्डर डांस सहित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में 300 से अधिक बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी । इस अवसर पर अतिथियों का समिति की ओर से शाल श्रीफल व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मान किया गया। कार्यक्रम में व्याख्याता मजावदिया,जीजी सिंह आंबा, धर्मेंद्र गुरु दत्ता, गगनदीप सिंह डंग ,अमरपाल सिंह वाधवा, गुरिंदरजीत सिंह खालसा, जगमीत सिंह अजमानी ,गुरमीत सिंह गांधी सहित पालक, विद्यार्थी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन वत्सला कथूरिया व शरणजीत कौर ने किया आभार क्षमा चेलानी ने माना। अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआl