रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
रतलाम जनपद की ग्राम पंचायत सेजावता में रोजगार सहायक के घर तक बनाई गई सड़क के मामले में जिला पंचायत सीईओ जमुना भिड़े ने तत्कालीन उपयंत्री, सचिव, सरपंच व वर्तमान सचिव को नोटिस दिया है। नोटिस का जवाब 7 दिन में मांगा गया है। जवाब नहीं देने पर एकतरफा कार्रवाई की जाएगी।
बता दे कि 13 दिसंबर 22 को जनसुनवाई में गांव के राजेश सिंघाड़ ने ग्राम रोजगार सहायक के घर तक निजी जमीन पर ग्राम पंचायत निधी से सड़क बनाने की शिकायत कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी को की थी। मामले में स्वयं कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने मौका मुआयना कर जांच के आदेश दिए थे। रतलाम जनपद सीईओ व अन्य अधिकारियों ने इसकी जांच की। जांच के दौरान कार्य की तकनीकि स्वीकृति, प्रशासकीय स्वीकृति, नजरी नक्शा एवं ऑनलाइन भुगतान रिपोर्ट के दस्तावेज जांचे गए। जनपद सीईओ ने रिपोर्ट जिला पंचायत सीईओ को सौंपी। प्रथमदृष्टया जांच में पाया गया कि निजी भूमि पर सीसी रोड नंदकिशोर उपाध्याय के घर से कालेश्वर मालवीय के घर तक 15वें वित्त आयोग अतंर्गत वर्ष 2020-21 में जारी संलग्न तकनीकि एवं प्रशासकीय स्वीकृति अनुसार हुई है स्वीकृत राशि 2.38 लाख का निर्माण करवाया गया।
निर्माण कार्य की माप पुस्तिका उपलब्ध नही
जांच में पाया कि ग्राम पंचायत सेजावता की तत्कालीन सरपंच पार्वतीबाई एवं तत्कालीन सचिव संतोष पाटीदार द्वारा 21 अगस्त 22 को उक्त निर्माण कार्य की प्रथम किस्त राशि 201500 (85 प्रतिशत) का भुगतान ई ग्राम स्वराज पोर्टल के माध्यम से किया गया। शेष राशि 20000 (15 प्रतिशत)का भुगतान वर्तमान सचिव रणजीत मालवीय के द्वारा 31 अक्टूबर 22 को किया गया। वर्तमान सचिव रणजीत मालवीय द्वारा जांच के दौरान बताया कि ग्राम पंचायत में उक्त निर्माण कार्य की माप पुस्तिका उपलब्ध नहीं है। कार्य का मूल्यांकन भी उपयंत्री के द्वारा नहीं किया गया और नहीं कार्य पूर्णता प्रमाण पत्र जारी हुआ। उक्त स्थिति से स्पष्ट होता है कि ग्राम पंचायत द्वारा बगैर मूल्यांकन एवं बगैर उपयंत्री के मार्गदर्शन के ही कार्य का भुगतान किया गया।
वित्तीय अनियमितता का माना कृत्य
जांच में उक्त सीसी रोड निजी भूमि पर निर्माण होने के कारण कार्य की कुल राशि 221500 वसूली योग्य बताई गई। पूरे मामले में पाया कि प्रथम दृष्टया पाया गया कि तत्कालीन उपयंत्री लालू सिंघाड़, तत्कालीन सरपंच पार्वतीबाई, तत्कालीन सचिव संतोष पाटीदार एवं वर्तमान सचिव रणजीत मालवीय को कारण बताओ सूचना पत्र जारी कर पदीय दायित्वों का सम्यक रूप से निर्वहन नहीं करते हुए वित्तीय अनियमितता करने संबंधी कृत्य बताया है। नोटिस में बिंदुवार जवाब मांगा गया है। सात दिन में जवाब प्रस्तुत नहीं करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई एवं राशि वसूली की भी कार्रवाई हो सकती है। जानकारों के अनुसार ग्राम पंचायत में कोई से भी कार्य होता है तो वह ग्राम पंचायत की सामान्य सभा मे रख जाता है। ठहराव प्रस्ताव पारित होने पर सभी सदस्यों की सहमति होने के बाद निर्माण कार्य होते है। इस मामले में भी सारा रिकॉर्ड होने की बात कही जा रही है।
वर्तमान सचिव के काम के लायक नहीं है ग्राम पंचायत
सेजावता ग्राम पंचायत बड़ी ग्राम पंचायत है। जानकारों की माने तो वर्तमान सचिव रणजीत मालवीय ग्राम पंचायत के हिसाब से काम करने लायक नहीं है। जब से वह यहां पर पदस्थ हुए है तब से इस ग्राम पंचायत में कुछ ना कुछ चल रहा है। समन्वय नहीं होने के कारण लगातार ग्रामीण शिकायते कर रहे हैं।