– आखिर कैसे फंसा तस्कर “मुम्बईया” जाल में और किन-किन की थी संलिप्ता
वंदेमातरम न्यूज, रतलाम।
ब्रॉउन शुगर, एमडी सहित अन्य घातक मादक पदार्थों से रईसजादों को लत लगाकर नशे के दलदल में धकेलने वाला मनोज उर्फ “मुम्बईया” (52) पिता पारसमल जैन निवासी नौलाइपुरा हाल मुकाम वेस्ट मुंबई (महाराष्ट्र) रिश्ते के भाई दीपक (39) पिता चंद्रप्रकाश नागौरी निवासी घास बाजार के साथ अभी जेल की बैरक में बैठ बाहर आने के सपने संजो रहा है। पिछले माह सैलाना पुलिस द्वारा डोडाचुरा और पिस्टल के साथ धराये जफर मेवाती से होटल व्यापारी सचिन सोलंकी की मौत पर उगले राज में जिले में बेखौफ नशे के काले कारोबार की परत-दर-परत उजागर हो रही है। जफर के तार मुम्बई से जुड़े होने के बाद पुलिस ने पाया कि अय्याश मनोज जैन उर्फ “मुम्बईया” का इतिहास रुपहले पर्दे जैसा है। पूरे मामले में वंदेमातरम् न्यूज की खास पड़ताल …।
आरोपी मनोज जैन उर्फ “मुम्बईया” की मानें तो वह वर्ष-2008 में रतलाम छोड़ मुम्बई जा बसा था। मुंबई में शुरुआत उसने एक ट्रेवल एजेंसी में नौकरी से की थी। इसके बाद वह बुलियन के व्यापार से सोने के कारोबार में पैर पसारते हुए एक बड़े हवाले से जुड़ गया।
चंद मिनटों में दुनिया के किसी भी कौन में करोड़ो रुपए भेजने का काम शुरू करने के साथ मनोज उर्फ “मुम्बईया” ने ऐश की जिंदगी के लिए मुम्बई में करोड़ों की लागत का एक बंगला खरीद लिया था। वर्ष-2016 में पत्नी की मौत के बाद वह नशे का आदि हुआ और कई औरतों से संबंध बना बैठा, जिसमें मनोज जैन उर्फ “मुम्बईया” को घातक बीमारी ने जकड़ लिया। गंभीर बीमारी के बाद भी मनोज जैन उर्फ “मुम्बईया” ने जिस नशे को ले रहा था उसी को अपना बिजनेस (काला धंधा) बनाया।
मुम्बई के आसपास युवा पीढ़ी को आसानी से कोकीन, ब्राउन शुगर एवं अन्य ड्रग्स बेचने के साथ रतलाम आना-जाना शुरू किया। रतलाम में रिश्ते के भाई दीपक नागौरी से मिल जिले में काले धंधे के पैर जमाने लगा। चूंकि दीपक नागौरी स्थानीय था और कई रईसजादे इसके संपर्क में थे। मुंबई और रतलाम में नशे के आदि हो चुके रईसजादों की मनोज उर्फ “मुम्बईया” पार्टियों के लिए ब्राउन शुगर सहित तमाम नशीली वस्तुएं लाने लगा और लाखों का मुनाफा कमाने लगा। रतलाम में काला कारोबार की चलने की उम्मीद में मनोज जैन उर्फ “मुम्बईया” ने मुम्बई का बंगला बेच गुजरात के वडोदरा में एक नया मकान खरीदा। नए मकान में कुछ दिनों रहने के बाद उसे लगा कि गुजरात में सख्ती ज्यादा है तो उसने मुम्बई की ओर रुख कर दादर वेस्ट में एक आलीशान फ्लैट खरीदा।
इस दरमियान रतलाम के सैलाना थाना क्षेत्र में होटल व्यापारी सचिन सोलंकी का कुएं में शव मिलने के बाद हरकत में आए तत्कालीन एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने ड्रग माफिया के खिलाफ कार्रवाई शुरू की। सैलाना पुलिस के कब्जे में तस्कर जफर मेवाती के आने के बाद मनोज जैन उर्फ “मुम्बईया” और रिश्ते के भाई दीपक नागौरी द्वारा जिले के युवा पीढ़ी को नशे के दलदल में धकेलने का बेख़ौफ रैकेट का भंडाफोड़ हुआ। सूत्रों के अनुसार इस रैकेट में जिले के कुछ पुलिसकर्मियों की भी संलिप्ता सामने आई हैं। जिनमें से तत्कालीन एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा कुछ के खिलाफ विभागीय तौर पर कार्रवाई भी कर चुके। इस दरमियान अन्य साक्ष्य प्रस्तुत होते उसके पूर्व एसपी बहुगुणा का तबादला हो गया। नशे में जकडे युवा के परिजनों को नवागत एसपी राहुल कुमार लोढ़ा से उम्मीद है कि वह मादक पदार्थ के अवैध धंधे को सरंक्षण देने वाले दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जरूर करेंगे।