रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
रतलाम से भाजपा के विरोध में भरी करणी सेना परिवार की हुंकार को अलग-अलग मायनों में देखा जा रहा है। 8 जनवरी को भोपाल में होने वाले जनआंदोलन के निमंत्रण के लिए करणी सेना परिवार और विभिन्न समाज संगठनों की संयुक्त रैली ने राजनीति गलियारों में गरमी का एहसास करवा दिया। मांगे नहीं मानने पर रत्नपुरी भूमि से 230 विधानसभा सीटों पर टक्कर देने की चेतावनी हो या फिर सैलाना बस स्टैंड पर कांग्रेस नेता के हाथों से हार लेकर उन्हें ही पहनाने का। यह सब घटनाक्रम चौराहों पर चाय की चुस्कियों के साथ चर्चा का विषय बने हुए हैं और राजनीति गलियारों में गरमी का अहसास हो रहा है।
हनुमानताल से शुरू करणी सेना परिवार की रैली का 23 से अधिक मंचों से भव्य स्वागत किया गया। सैलाना बस स्टैंड पहुंचते ही रैली का नेतृत्व कर रहे करनी सेना परिवार के जीवन सिंह शेरपुर ने कांग्रेस नेता मयंक जाट को जीप के बोनट पर चढ़ाकर हाथों से हार लेकर गले में डाल दिया। यह बात अलग है कि उक्त नजरिये से दोनों (जीवन सिंह शेरपुर और मयंक जाट) किनारा कर व्यक्तिगत संबंध की बात पर जोर दे रहे हैं। शास्त्रीनगर स्थित राजपूत बोर्डिंग परिसर में रैली सभा में तब्दिल हो गई। यादवेंद्रसिंह तोमर, एडवोकेट प्रीति सोलंकी, पुष्पेंद्रकुंवर सिसौदिया, मंगलाकुंवर देवड़ा, गौरव सिंह पलसोड़ा, शैलेन्द्र सिंह देवड़ा, अक्षय सिंह डोडिया सहित बड़ी संख्या में शामिल सभा में 22 सूत्रीय मांगों को लेकर राज्य शासन द्वारा 3 मांगों को पूरा करना और शेष 19 मांगों के लिए भोपाल में 8 जनवरी को होने वाले जनआंदोलन का सर्वधर्म समाज और परिवार को आमंत्रण दिया। 22 सूत्रीय मांगों पर अड़ी करणी सेना परिवार चेतावनी दे चुका है कि सुनवाई नहीं हुई तो वह आगामी 2023 के विधानसभा की 230 सीटों पर सीधे टक्कर देंगे। भाजपा गढ़ से करणी सेना परिवार की आमंत्रण रैली की शुरुआत होना आगामी राजनीति, सामाजिक और धार्मिक गतिविधियों की तरफ इशारा कर रही है कि भविष्य की राजनीति में अब कौन किसका दामन थामेगा।
जाने कौन क्या कहता है
1- हम सामाजिक, धार्मिक सभी कार्यक्रम और रैलियों का समान रूप से परंपरानुसार स्वागत कर सम्मान करते हैं। करणी सेना परिवार की रैली का स्वागत करना उसी परंपरा का हिस्सा है। – मयंक जाट, कांग्रेस नेता
2- भोपाल में 8 जनवरी को जनआंदोलन के लिए निमंत्रण रैली का आयोजन हुआ था। सर्व समाज मांगों का समर्थन देने के लिए आगे आए हैंं। हम किसी से अधिकार नहीं छीन रहे हैं, सिर्फ सर्वधर्म समाज के अधिकार के लिए लड़ रहे हैं। – जीवन सिंह शेरपुर- करणी सेना परिवार प्रमुख