– हाईकोर्ट में फर्जी एनओसी लगाकर ले चुका था मास्टर माइंड अग्रिम जमानत, प्रेमिका के साथ कर रहा था अय्याशी
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। आलोट तहसील में पदस्थ पटवारी हेमंत बागड़ी के जालसाजी गैंग में शामिल एक और आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामले में अभी तक रतलाम औद्योगिक क्षेत्र पुलिस चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। वर्तमान में ठग गैंग का मास्टर माइंड पटवारी बागड़ी सहित उसके साथी गुर्गे सभी जेल में है।

फर्जी दस्तावेज लगाकर लोन लेने के मामले में पटवारी हेमंत बागड़ी के साथ उसके 2 साथी शैलेष और बशारत अली गिरफ्तार हो चुके हैं। इसी प्रकरण में रतलाम औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस ने अर्जुन पिता बद्रीलाल निवासी राजबाग को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी हेमंत ने फरियादी महेंद्र पिता फकीरचंद्र परमार निवासी हनुमान रुंडी के दस्तावेज में हेरफेर कर 5 लाख रुपए का लोन लेने के लिए हीरो फायनेंस कंपनी में लगाए थे। जिसे कंपनी के मैनेजर अर्जुन ने बिना वेरिफाई किए कंपनी में भेज दिए थे और कंपनी ने लोन जारी कर दिया था। पुलिस ने जांच के बाद आरोपी अर्जुन को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया।
मास्टर माइंड रह रहा था प्रेमिका के साथ
मास्टर माइंड ठग पटवारी हेमंत बागड़ी को पुलिस ने पिछले माह जेल भेजा है। शातिर आरोपी बागड़ी ने पहचान छुपाने के लिए खुद का रवींद्र चक्रवर्ती के नाम से फर्जी आधार कार्ड बनवाया था। इसी कार्ड से उज्जैन के भेरूगढ़ में किराए का कमरा लेकर प्रेमिका (रिलेशनशिप) के साथ रह रहा था।आरोपी हेमंत ने जिस दुकानदार से फर्जी आधार कार्ड व पैन कार्ड बनवाया था, उसे भी गिरफ्तार किया था।
मास्टरमाइंड ठग ऐसे करता था फर्जी दस्तावेज तैयार
ठग पटवारी हेमंत ने पुलिस को बताया था कि उसने फरियादी महेंद्र परमार से दस्तावेज लेकर उनका दुरुपयोग कर धोखाधड़ी की थी। उसने महेंद्र के आधार व पैन कार्ड पर कम्प्यूटर दुकान के संचालक बसारत अली (30) पिता जुल्फीकार अली निवासी मिल्लत नगर के साथ मिलकर साथी शैलेष भाटिया का फोटो लगवाकर फर्जी आधार व पैन कार्ड बनवाया था। धोखाधड़ी के दूसरे केस में इसी से शालिनी के पैन कार्ड व आधार कार्ड को एडिट करवाकर प्रतिभा का फोटो लगवाया था। फर्जी कार्डों का उपयोग कर फर्जी बैंक खाता खुलवाया था लेकिन इसमें लोन नहीं ले पाया था। बसारत की दुकान नगर निगम के सामने थी जो कुछ महीने पहले अतिक्रमण में टूट गई थी। इस पर पुलिस ने उसके घर पर दबिश देकर उसे पकड़ा और घर से प्रिंटर, फोटो कॉफी मशीन व कम्प्यूटर जब्त किया था। बैंक व फाइनेंस कंपनी से आधार व पैन कार्ड की फोटोकॉपी भी जब्त की है।
मृत पिता की पे-स्लिप से बना दी थी स्लिप
आरोपी हेमंत ने कम्प्यूटर दुकान के संचालक बसारत के साथ मिलकर 2019 में मृत अपने पिता महेंद्र बागड़ी की पे-स्लिप में एडिट कर उसे महेंद्र की पे-स्लिप बना दी थी। इसी पे-स्लिप को महेंद्र के नाम पर लोन लेने के लिए बैंक में लगाया था।
फरारी में प्रेमिका के साथ कर रहा था अय्याशी
वर्ष 2019 में पटवारी आरोपी हेमंत बागड़ी व उसके साथी शैलेष भाटिया निवासी डोंगरेधाम कॉलोनी ने परिचित महेंद्र परमार निवासी हनुमान रुंडी से लोन दिलाने के नाम पर दस्तावेज लिए थे। फिर महेंद्र के नाम से एक निजी बैंक से से 5 लाख का लोन ले लिया था। हेमंत ने दस्तावेज व दो चेक अपने पास सुरक्षित रख लिए थे। आरोपियों ने बाद में इन दस्तावेज के जरिए अन्य बैंक में धोखाधड़ीपूर्वक फर्जी बैंक खाता खुलवाया और एक फायनेंस कंपनी से महेंद्र के नाम पर लोन लिया था। लोन राशि महेंद्र की सहमति के बगैर एटीएम के जरिए निकाल ली थी। पुलिस ने हेमंत व शैलेष के खिलाफ 17 मार्च 2023 को केस दर्ज कर शैलेष को गिरफ्तार कर लिया था। हेमंत बागड़ी 12 जनवरी 2025 को उज्जैन से पकड़ में आया, जहां वह अपनी प्रेमिका के साथ फरारी में अय्याशी कर रहा था।