– गंभीर आरोपों से घिरे कर्मचारी को किसने दिया सरंक्षण, पढ़े विस्तृत समाचार
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
प्रदेश के मुखिया माताओं और बहनों की आबरू से खेलने वालों के मकान जमींदोज कर सख्त से सख्त सजा दिलाने का दावा भले ही भर रहे हैं, लेकिन जिम्मेदारों को इससे कोई वास्ता नहीं है। रतलाम के नगर पालिक निगम में रोजमर्रा की कामों के लिए लोगों को एक टेबल से दूसरी टेबल तक चक्कर काटने में चप्पल घीस जाती हैं। ऐसे में हंसता-खेलता परिवार को छोड़ मौत को गले लगाने के लिए मजबूर करने और दुष्कर्म के आरोपों से घिरे कर्मचारी का निलंबन रद्द करने में तत्परता दिखाने का मामला प्रकाश में आया है। मां का छीन चुका साये के बाद मासूमों ने दोषी निगमकर्मी सहित निगम के जिम्मेदारों को सजा दिलाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से शिकायत का निर्णय लिया है।

स्टेशन रोड थाना ने नगर निगम कर्मचारी साजिद पिता मुन्ना अब्बासी निवासी अरिहंत परिसर के खिलाफ घर में घुस दो बच्चों की मां से दुष्कर्म के आरोप में 8 अक्टूबर – 2022 को प्रकरण दर्ज किया था। इसके आधार पर पूर्व आयुक्त के निर्देश पर आरोपी साजिद को 10 अक्टूबर – 2022 को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया। आरोपी साजिद की ओर से प्रकरण वापस लेने की धमकी से आहत होकर पीड़िता 5 फरवरी – 2023 को फंदे पर झूल गई। आत्महत्या के लिए उकसाने पर पुलिस ने 27 मार्च – 2023 को एक नई एफआईआर आरोपी साजिद के खिलाफ दर्ज हुई। वंदेमातरम् न्यूज के पास उपलब्ध दस्तावेज के आधार पर आरोपी निगमकर्मी साजिद 3 मई – 2023 को जमानत पर रिहा हुआ। जमानत के पांचवें दिन राजनीति सरंक्षण और सांठगांठ के साथ आरोपी साजिद ने 8 मई-2023 को निलंबन बहाली की अर्जी लगाई। आमजन को मुलभूत सुविधाएं देने में नाकाम नगर निगम आयुक्त एपीएस गहरवाल ने ऐसी रूचि दिखाई की 8 जून -2023 को आरोपी साजिद को निलंबन से बहाल कर दिया। पीड़िता के परिजन और मासूम बच्चों को जानकारी मिली तो उन्होंने इंसाफ की मांग कलेक्ट्रोरेट में की। अभी तक मामले में कार्रवाई नहीं होने से आहत बेसहारा बच्चों ने मां के साथ हुई दरिंदगी के बाद मरने के लिए मजबूर करने वाले आरोपी साजिद और उसकी बहाली को प्रमुखता दिखाने वाले आयुक्त गहरवाल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मनुहार मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की ठान ली। आयुक्त गहरवाल से गंभीर अपराध में कर्मचारी की बहाली पर जिला प्रशासन समिति से अनुमोदन नहीं लेने पर वंदेमातरम् न्यूज ने सवाल किया तो बेशर्मी वाला संवेदनहीन जवाब दिया की हमें किसी के अनुमोदन और अनुमति की जरुरत नहीं पड़ती।