– ढाई लाख रुपये के एवज में वसूल चुका 20 लाख
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
रतलाम में सिंधी समाज अध्यक्ष और उसके परिवार की सूदखोरी से प्रताडि़त लोग प्रशासन के पास शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। पखवाड़े भर पूर्व नगरनिगम की महिलाकर्मियों की कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी को हुई शिकायत के बाद औद्योगिक थाने में प्रकरण दर्ज हुआ ही था कि मंगलवार को जनसुनवाई में सिंधी समाज अध्यक्ष आरके सतवानी, उसका बेटा गोरव सतवानी, भाई ठाकुरदास सतवानी, नीरज सतवानी एवं किशोर मोतीयानी के खिलाफ ढाई लाख के एवज में 20 लाख रुपये वसूलने की शिकायत हुई है। मामले की गंभीरता पर कलेक्टर सूर्यवंशी ने आरोपियों के खिलाफ एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया।
जिलास्तरीय जनसुनवाई मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में संपन्न हुई। कलेक्टर सूर्यवंशी के अलावा अपर कलेक्टर डॉ. शालिनी श्रीवास्तव, एसडीएम संजीव पांडे, डिप्टी कलेक्टर त्रिलोचन गोल्ड ने भी जनसुनवाई की। जनसुनवाई में 65 आवेदनों का निराकरण के निर्देश संबंधित विभागों को जारी किए गए। घटना कॉलोनी निवासी दीपक कैथवास द्वारा आवेदन दिया गया कि शहर के सूदखोर से उनके द्वारा 2 लाख रूपए 2017 में उधार लिए गए थे, उसके बाद प्रत्येक माह 12 हजार रूपये अदा करने के बाद भी राशि की मांग की जा रही है। उनका एटीएम भी सूदखोर ने रख लिया है, चेक पर हस्ताक्षर भी करवा लिए गए हैं। राशि जमा होने पर दस्तावेज मांगने पर भी नहीं लौटाए जा रहे हैं। इसी प्रकार शकुंतलाबाई तथा उनके पति मदनलाल द्वारा भी शिकायत की गई जिसमें ढाई लाख रुपये की उधारी के बदले अब तक लगभग 20 लाख रुपये सूदखोर सतवानी परिवार द्वारा वसूलने का गंभीर आरोप लगाया है। दोनों शिकायतों की गंभीरता पर कलेक्टर द्वारा एसपी को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया है। मामले में संभावना जताई जा रही है कि सिंधी समाज अध्यक्ष आरके सतवानी और उसके परिवार पर जल्द ही एक और सूदखोरी और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हो सकता है।
अज्ञात व्यक्ति ने खाते से राशि निकाली
गणेशनगर के भागीरथ पांचाल तथा भूली पांचाल द्वारा शिकायत की गई कि उनका खाता जिला सहकारी केंद्रीय बैंक रतलाम की शाखा में है। भूली के खाते से 75 हजार रुपये तथा भागीरथ के खाते से 80 हजार रुपये अज्ञात व्यक्ति द्वारा निकाल लिए। जब पासबुक अपडेट कराने पहुंचे तब पता चला कि उनकी बगैर अनुमति के जाली हस्ताक्षर करके उनके अकाउंट से रुपये निकाल लिए गए हैं। बैंक से इस संबंध में सीसीटीवी फुटेज मांगे जाने पर बैंक प्रबंधक द्वारा बताया गया कि डेढ़ वर्ष हो गए उनके यहां पर कैमरे बंद है। इसके अलावा प्रार्थीगण पासबुक का प्रिंट आउट निकलवाने गए तो बैंक के कर्मचारियों ने कहा कि उनके यहां डायरी प्रिंट करने वाला प्रिंटर खराब है।