भाजपा के लिए आफत : पार्टी जिलाध्यक्ष पर मनमानी का आरोप, सुनवाई बगैर नोटिस पर पदाधिकारियों के साथ 100 भाजपा कार्यकर्ताओं ने छोड़ी पार्टी

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रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
रतलाम जिले के आलोट पुलिस पर अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए आज से छ: दिन पहले भाजपा कार्यकर्ताओं ने धरना देकर सवाल खड़े किए थे। लेकिन मामला नहीं सूलझा उल्टे भाजपा जिलाध्यक्ष राजेंद्रसिंह लुनेरा ने कार्यकर्ताओं को नोटिस थमा दिए। इससे नाराज पूर्व मंडल अध्यक्ष सहित करीब 100 कार्यकर्ताओं ने भाजपा से मंगलवार को इस्तीफा दे दिया है। संभावना जताई जा रही है कि बुधवार तक और भी कई कार्यकर्ता खुलकर जिलाध्यक्ष की हठधर्मिता को लेकर सामने आएंगे। यहां तक कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष लुनेरा पर आरोप भी लगाए है कि बिना कारण जाने नोटिस देकर कार्यकर्ताओं को मनोबल तोड़ा है।


बता दें कि 23 मई को आलोट क्षेत्र के भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता ग्रामीणों के साथ आलोट पुलिस थाने पर धरना दिया था। पुलिस पर अवैध वसूली के मामले में शपथ पत्र देकर गंभीर आरोप लगाए थे। पार्टी फोरम ने कार्यकर्ताओं की बात सुनना उचित नहीं समझा और भाजपा जिलाध्यक्ष राजेंद्रसिंह लुनेरा ने इसे अनुशासनहिनता मानते हुए पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं को नोटिस थमा कर जवाब मांगा। वहीं थाने पहुंचे पदाधिकारियों का कहना था कि धरना ना देकर नीम के पेड़ के नीचे बैठ कर ग्रामीणों व कार्यकर्ताओं की समस्या सुनने गए थे। समस्या का हल नहीं होने व पार्टी फोरम द्वारा उल्टे नोटिस के विरोध में मंगलवार को पूर्व मंडल अध्यक्ष दिनेश कोठारी, भाजपा मंडल उपाध्यक्ष पर्वतसिंह गुर्जर, उपाध्यक्ष समरथ शर्मा, मंडल मंत्री गोपाल पाटीदार सहित कई सरपंच सहित करीब 100 लोगों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। मालूम हो कि थाने में धरने के मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष लूनेरा ने 7 पदाधिकारियों को पार्टी गाइडलाइन के विपरित धरना देने के मामले में तीन दिन में जवाब मांगा था। भाजपा विस्तारक शिवलाल पाटीदार के माध्यम से जिला अध्यक्ष राजेंद्र सिंह लुनेरा को भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने इस्तीफे भेजे हैं। मामले में मंडल अध्यक्ष विक्रमसिंह आंजना ने कहा कि हमारे कुछ कार्यकर्ता नाराज उनको पार्टी स्तर पर बात करके मनाएंगे।


क्या बोले नाराज पदाधिकारी
पूर्व मंडल अध्यक्ष दिनेश कोठारी ने कहा भारतीय जनता पार्टी देश की सबसे बड़ी पार्टी होकर हमेशा गरीब किसानों के हक की लड़ाई लड़ती आ रही है। हमने भी अत्याचार खिलाफ आवाज उठाई, लेकिन जिलाध्यक्ष ने उल्टा हमें नोटिस थमा दिया। कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं हो रही है। ग्रामीणों को थाने में झूठे केस में फंसाया जा रहा है। इसी से नाराज होकर मैंने इस्तीफा दिया है। कार्यकर्ताओं व ग्रामीणों की लड़ाई लडऩा गलत है तो हम यह गलती बार-बार करेंगे। वहीं मंडल प्रभारी अनिल भरावा को भी नोटिस मिला था, इनका भी कहना है कि पार्टी जिलाध्यक्ष को पहले पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से पूछना चाहिए, ना कि सीधे नोटिस देना चाहिए। पार्टी कार्यकर्ताओं से चलती है उनके लिए दिन रात खड़े रहना पड़ता है। संगठन स्तर पर भी इस बारे में जानकारी दी है। बुधवार तक और भी कई इस्तीफे होंगे।
जानकारी नहीं है
इस्तीफे के बारे में जानकारी नहीं है और नहीं किसी प्रकार की सूचना। कुछ का जवाब आया है। पार्टी फोरम पर निर्णय लिया जाएगा। – राजेंद्र सिंह लुनेरा, जिलाध्यक्ष भाजपा रतलाम

फोटो – फ़ाइल

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