
जनभागीदारी अध्यक्ष करमचंदानी ने कहा युवा सारथी योजना मील का पत्थर साबित होगी
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
रतलाम जिले के अग्रणी शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय में मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग द्वारा प्रायोजित राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के परिप्रेक्ष्य में “एनईपी युवा सारथी” एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य महाविद्यालय स्तर पर छात्रों को युवा सारथी के रूप में प्रशिक्षित कर उनके महाविद्यालयों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रति जागरूकता व उससे संबंधित नवाचारों का प्रचार प्रसार कर सभी को ज्ञानार्जन कराना है l प्रशिक्षण कार्यशाला की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. वायके मिश्र ने की। मुख्य अतिथि जन भागीदारी समिति अध्यक्ष विनोद करमचंदानी एवं विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. राजू हरोड़े, डॉ. विनोद शर्मा एवं डॉ सीएल शर्मा रहे। प्रशिक्षण कार्यशाला के मुख्य वक्ता शासन के निर्देशानुसार रतलाम जिले के एनईपी जिला एम्बेसडर प्रोफेसर पूनम चौधरी एवं प्रोफेसर नीरज आर्य थे।
प्राचार्य डॉ. मिश्रा ने कहा कि शिक्षा मनुष्य के सर्वांगीण विकास के लिए अति आवश्यक है तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति में विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु सभी तत्व निहित हैं। जागरूकता व पूर्ण जानकारी से विद्यार्थी स्वयं के हित में सही निर्णय लेकर व्यवहारपरक व मूल्य आधारित शिक्षा से अपना जीवन मार्ग प्रशस्त कर सकेंगे। जिसमें “युवा सारथी” अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। जन भागीदारी समिति अध्यक्ष करमचंदानी ने कहा कि गर्व का विषय है कि मध्य प्रदेश राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को देश में लागू करने वाला अग्रणी राज्य है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन से प्रदेश की युवा पीढ़ी को बहुविषयक एवं रोजगार उन्मुखी शिक्षा की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी। युवा सारथी योजना इस कार्य के लिए मील का पत्थर साबित होगी। उद्घाटन सत्र के पश्चात प्रथम तकनीकी सत्र में जिला एनईपी एंबेसेडर प्रो. पूनम चौधरी द्वारा प्रेजेंटेशन के माध्यम से युवा सारथी का परिचय देते हुए बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 विद्यार्थी केंद्रित है तथा युवा सारथी योजना इसी को प्रतिबिंबित करती है। इसके अतिरिक्त उनके कर्तव्य, भूमिका, उद्देश्य एवं अपेक्षाओं को विस्तार से समझाया तथा जिज्ञासाओं का समाधान भी किया।
द्वितीय तकनीकी सत्र में प्रो. पूनम चौधरी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति का परिचय, विशेषताओं, एकेडमिक संरचना, चयन आधारित क्रेडिट सिस्टम आदि जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रकाश डाला। इसी सत्र में प्रो. नीरज आर्य द्वारा वर्षवार प्रश्न पत्रों की संख्या, एजीपीए, सीजीपीए की गणना का विस्तृत विवरण आदि विषयों को पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से विस्तार से समझाया। सत्र के अंत में प्रश्नोत्तरी के द्वारा प्रतिभागियों की जिज्ञासाओं का समाधान किया गया । कार्यक्रम की अंतिम कड़ी में प्राचार्य डॉ. मिश्रा, जनभागीदारी अध्यक्ष करमचंदानी, वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. हरोडे द्वारा सभी युवा सारथी प्रतिभागियों एवं जिले से आए प्रतिभागी नोडल अधिकारियों को प्रमाण पत्र का वितरण किया। इस अवसर पर प्रो. लबाना, डॉ. सिंगारे, डॉ.शोभा राठौर, प्रो.सौरभ गुर्जर, प्रो.भालसे, डॉ.बालकृष्ण चौहान, डॉ.श्वेता नकुल, प्रो.देवराज शर्मा एवं जिले भर से आए अन्य एनईपी नोडल अधिकारी एवं युवा सारथी उपस्थित रहे।