
– पूर्व में हो चुके हादसों के बाद कार्रवाई के नाम पर निभाई जाती औपचारिकता
सैलाना, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम जिले के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में ओवरलोड सवारी वाहनों का सिलसिला बदस्तूर जारी है। जिम्मेदार विभागों के मौन रहने के कारण सोमवार को फिर एक नाबालिक युवती इसका शिकार हो गई। वो अपने गांव से तूफान गाड़ी मे बैठकर मजदूरी करने जा रही थी और ग्राम बोदिना के पास वाहन से गिरने के दौरान उसकी मौत हो गई है। इसके पूर्व भी क्षेत्र में ओवरलोड से कई हादसे हुए, लेकिन जिम्मेदारों की नाकामी के चलते कार्रवाई के नाम पर ओपचारिकता ही निभाई गई।
सैलाना जनपद क्षेत्र की ग्राम पंचायत कोलपुरा निवासी सुनीता (16) पिता शंकर चरपोटा सोमवार को तूफान वाहन से मजदूरों के साथ फसल काटने के लिए पिपलौदा क्षेत्र के ग्रामीण इलाके में जा रही थी। ओवरलोड वाहन से सुनीता ग्राम बोदिना के समीप सैलाना-जावरा मार्ग पर नीचे गिर गई। सुनीता को गंभीर हालत में चालक वाहन में लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा। यहां चिकित्सक ने परीक्षण के दौरान उसे मृत घोषित कर शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजन को सौंपा। डॉ. शैलेष डांगे ने वंदेमातरम् न्यूज को बताया कि किशोरी को सिर में अंदरूनी चोटें आई थी, जिस कारण उसकी मौत हो गई है। जांच अधिकारी शिव यादव ने बताया की बोदिना से आगे पेट्रोल पंप के पास वाहन से गिरने के कारण सुनीता चरपोटा की मौत हुई है। पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है।