रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
छत्रीपुल स्थित मठ परिसर में सरकारी जमीन का चारा रौंदना हो या फिर गरीबों की झोपड़ियां तोड़ करोड़ों की जमीन मुक्त कराने का दावा करने वाले अफसर 80 फीट रोड स्थित अवैध व्यवसायिक निर्माण से आंखें मूंदे बैठे हैं। हकीकत यह है कि अफसर रसूखदारों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती। 4 माह पूर्व सीएम हेल्पलाईन में शिकायत के बाद कार्रवाई नहीं करना अफसरों की सांठगांठ दर्शाता है।अब आंखें मूंदने वाले अफसरों के खिलाफ उच्चस्तरीय शिकायत हो चुकी है।

शहर के 80 फ़ीट रोड के रहवासी क्षेत्र में व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स का निर्माण से सभी जिम्मेदार अंजान हैं।शिकायतकर्ता संतोष कुमार का आरोप है कि नगर निगम इंजीनियर की सांठगांठ से रसूखदार बेख़ौफ अवैध निर्माण कर रहा है। निर्माणकर्ता संदीप निगम ने शासकीय भूमि पर लगे दो विशालकाय नीम के हरे पेड़ जड़ से काट दिए। पूरे मामले में संतोष कुमार ने सीएम हेल्पलाईन में अक्टूबर-2022 में शिकायत दर्ज करवाई। आंखें मूंदे बैठे अफसरों ने अब तक कार्रवाई करना मुनासिब नहीं समझा। सूत्रों के अनुसार पूरे मामले में उल्टा अधिकारी शिकायत को गलत बताकर उसे कटवाने के प्रयास में है, जबकि संतोष कुमार के पास उपलब्ध दस्तावेज और गंभीर शिकायत का प्रारूप पढ़ा जाए तो प्रथम दृष्ट्या ही व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स का निर्माण नियम विपरीत के साथ अधिकारियों की संलिप्ता है।
नोटिस देकर निभा रहे जिम्मेदार औपचारिकता
मामले की पड़ताल के दौरान पाया गया है कि विकास के दावे करने वाली भाजपा सरकार में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार पनप रहा है। शिकायतकर्ता संतोष कुमार की स्थानीय स्तर पर निगम में लिखित शिकायत की तो उसे डस्टबिन में फेंक दिया गया। संतोष कुमार की सीएम हेल्पलाईन में दर्ज शिकायत के बाद अधिकारी रसूखदार संदीप निगम के बचाव में झूठी जानकारी का दस्तावेज बनाकर अब उच्चस्तरीय शिकायत होने पर बचने की कोशिश में जुटे हैं।