रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
रतलाम में सागोद रोड स्थित जयंतसेन धाम के पीछे अवैध कॉटेजनुमा कॉलोनी में रसूखदारों पर कार्रवाई से प्रशासन परहेज किए हुए है। बुधवार को प्रभारी मंत्री के साथ रसूखदार (सुकून कॉटेज का मालिक) कार्रवाई रुकवाने के लिए मिन्नतें करता दिखाई दिया। शाम 4 बजे जिला, पुलिस और नगर-निगम का अमला नियम विपरीत आलिशान कॉटेज को तोड़ने पहुंचा। करीब 1 घंटे तक चली कार्रवाई के बीच एसडीएम अभिषेक गेहलोत के पास आए फोन के बाद कार्रवाई थम गई। शहर में चर्चा है कि जिला प्रशासन समान रूप से कार्रवाई नहीं करते हुए अपने अधिकारों का दुरूपयोग कर रहा है।
मालूम हो की जिला प्रशासन के अधिकारियों की आंखों में धूल झोंक नियम विपरित रसूखदार भूमाफियाओं ने 3.5 किलोमीटर सीमेंट कांक्रीट (सीसी) सड़क का जाल फैला चुके हैं। एक तरफ जिला प्रशासन ने रतलाम शहर सहित जिले में अवैध कॉलोनी काटने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए वाहवाही लूटने की कोशिश की, लेकिन रसूखदार भूमाफियाओं के खिलाफ सख्त एक्शन लेने से दूरी बनाए हुए है। बुधवार को आलिशान सुकून कॉटेज को तोड़ने की कार्रवाई बीच में रोकना अब प्रशासन पर कई सवाल खड़े कर चुका है। प्रशासनिक अमला एसडीएम अभिषेक गेहलोत, नगर निगम आयुक्त सोमनाथ झारिया और सीएसपी हेमंत चौहान के नेतृत्व में कार्रवाई करने पहुंचे लेकिन सभी ने रसूखदार भूमाफियाओं द्वारा अवैध रूप से बनाई 3.5 किमी लंबाई की सीमेंट कांक्रीट सड़क सहित विद्युत पोल के अलावा आधा दर्जन से अधिक अन्य नियम विपरीत आलिशान बंगलो से आँखे मूंदे रहे। सुकून कॉटेज की रसूखदारों ने टीएंडसीपी से कृषि गोडाउन की अनुमति लेकर आलिशान कॉटेज के अलावा बगीचा सहित स्वीमिंग पूल बना रखा है। इसके अलावा आलिशान कॉटेज तोड़ने से पहले कॉटेज में रखा कीमती सामान भी अधिकारियों की शह पर कर्मचारियों ने बाहर निकाला। बहरहाल पूरे मामले में प्रशासन की निष्पक्ष रूप से अधूरी कार्रवाई ने शहरवासियों को चर्चा का मुद्दा दे दिया। बीच में कार्रवाई रोकने के सवाल पर एसडीएम अभिषेक गहलोत का कहना था कि जो रहवासी उपयोग था उसे समाप्त कर दिया है। इससे ज्यादा कुछ नहीं बोल पाए।
मंदिर की आड़ में रसूखदार भूमाफियाओं का खेल :
इस खेल में मेसर्स पार्श्वनाथ डेवलपर्स और पार्टनर पवन पिता पारसमल पिरोदिया, किरण पति कमल पिरोदिया, राजेश पिता मोतीलाल चौहान, महेंद्र पिता बंसतीलाल पिरोदिया, मयंक पिता मणिलाल गोटा सहित अन्य प्रमुख रूप से शामिल हैं। इन्हीं रसूखदारों ने सागोद रोड स्थित जैन समाज के प्रसिद्ध तीर्थ जयंतसेन धाम के निर्माण में 21 हजार 500 स्क्वेयर फीट जमीन देकर 100 बीघा सिंचिंत कृषिभूमि पर अवैध कॉटेजनुमा कॉलोनी का प्रवेशमार्ग बनाकर शातिराना खेल खेला। अक्टूबर से नवम्बर तक मे 3 बार नोटिस के जवाब में भूमाफिया सड़क बनाने की अनुमति को छोड़कर केवल डायवर्शन व धारा 59 में जमा की गई फीस के कागजात ही जिम्मेदारों को दिखा पाए थे। गणतंत्र दिवस के मुख्य आयोजन में आए प्रभारी मंत्री ओपीएस भदौरिया के साथ रहकर प्रशासन पर कार्रवाई नहीं करने का दवाब भी खेला गया। इस अवैध कोटेजनुमा कॉलोनी में नियम विपरीत बड़े-बड़े भूखंड काटकर शहर के नामचीन लोगों का इन्वेस्टमेंट करवाया गया। भूमाफियाओं के जाल में फंस चुके खरीदारों में अभी भी हड़कंप व्याप्त है और कुछ अपनी स्याही (एडवांस रुपए) वापस लेने के लिए तकादा करना भी शुरू कर चुके है।