– सैलाना में त्रिकोणीय मुकाबले में जीत को लेकर किसने क्या कहा, पढ़े विस्तृत चर्चा
चेतन्य मालवीय
सैलाना, वंदेमातरम् न्यूज।
मध्यप्रदेश के रतलाम जिले की सैलाना विधानसभा चुनाव में प्रदेश की सबसे बम्पर वोटिंग के चलते त्रिकोणीय संघर्ष में दोनो दलों के अलावा जयस समर्थित भारत आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी को भी सकते में डाल दिया है। हालांकि तीनों ही प्रत्याशी इस बम्पर वोटिंग को अपने पक्ष में मानते हुए जीत के दावे कर रहे हैं। लेकिन 3 दिसम्बर तक सभी प्रत्याशी को इंतजार करना पड़ेगा। मतगणना के दौरान ही पता चलेगा कि सैलाना विधानसभा में 90.8 प्रतिशत मतदान में किसको आशीर्वाद मिला है। सैलाना विधानसभा चुनाव के बाद त्रिकोणीय मुकाबले में प्रत्याशियों ने वंदेमातरम् न्यूज से क्या कहा….।
वर्ष-2018 विधानसभा चुनाव के मुकाबले क्षेत्र में इस मर्तबा जयस समर्थित भारतीय आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी का ग्राफ बड़ा है। दूसरी तरफ भाजपा में लाडली बहना का फैक्टर भी काफी चला है, वही कांग्रेस के स्थानीय उम्मीद्वार हर्षविजय गेहलोत की बेदाग छवि और आम जनता के बीच सहज-सरल उपलब्ध होने से कांग्रेस को भी किसी भी कीमत पर कमजोर नही आंका जा रहा है। यही वजह रही है कि इस बार प्रदेश में सबसे अधिक मतदान सैलाना विधानसभा में देखने को मिला।
सैलाना विधानसभा में पहली बार यहा जयस एक बड़ी ताकत बनकर उभरते हुए दिखाई दे रही है, जिसने भाजपा और कांग्रेस के गढ़ में सेंधमारी की है। खासकर युवाओं में पूरे चुनाव में जादू सर चढ़कर बोला है। कांग्रेस ने शुरुआत से जयस संगठन समर्थित भारत आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी को कमजोर नहीं मानते हुए घेराबन्दी की है। कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता जमीनी स्तर से जुड़े रहकर पार्टी के पक्ष में मतदान करवाने में सफल रहा। पूरे चुनाव में भाजपा मात्र लाडली लक्ष्मी योजना, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के भरोसे ही चुनाव मैदान में नजर आई। प्रत्याशी संगीता चारेल का वर्ष 2018 में भाजपा से टिकट कटने के बाद मैदान से गायब होना भी मतदाताओं में कमजोरी का प्रमुख कारण माना जा रहा है। हालांकि मतगणना की तारीख अभी दूर है, इस बीच हर राजनीतिक दल अपने-अपने कयास लगाकर चर्चा का बाजार गरम रखें हुए हैं।
वंदेमातरम् न्यूज को किसने क्या बोला
1 – सर्वाधिक मतदान हमेशा से कांग्रेस के पक्ष में रहा है। मतदान प्रतिशत का बढ़ना सरकार के खिलाफ आक्रोश है जो जनता ने वोट के रूप में निकाला है। कांग्रेस अच्छी लीड के साथ क्षेत्र में अपना दबदबा कायम रखेगी। – हर्षविजय गेहलोत, विधायक एवं कांग्रेस प्रत्याशी-सैलाना विधानसभा
2 – मतदान प्रतिशत का बढ़ना भाजपा के लिए शुभ संकेत है। यह मतदान का प्रतिशत सरकार की सुचारू नीतियां और लाडली बहना योजना के पक्ष में गया है। हम चुनाव बेहतर वोटों से जीत रहे है। – संगीता चारेल, भाजपा प्रत्याशी-सैलाना विधानसभा
3 – सैलाना क्षेत्र की जनता 18 साल से भाजपा से ऊब चुकी है। युवा वर्ग इस बार जयस के साथ जुड़ा है, जिसका परिणाम यह रहा है कि हमें भारी मत मिले है। हार जीत का अंतर काफी कम रहेगा और हम चुनाव जीत कर प्रदेश में किसी भी दल की सरकार बने उसमें हिस्सेदारी करते हुए क्षेत्र का विकास करेंगे। – कमलेश्वर डोडियार, भारत आदिवासी पार्टी प्रत्याशी-सैलाना