रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
अतिक्रमण और सरकारी जमीन पर कब्जे के नाम गरीबों की झोपड़ी ढहाने वाली नगर-निगम रसूखदारों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती। यह मामला 3 माह पूर्व नियमानुसार सीएम हेल्पलाईन में की शिकायत के बाद अब तक कार्रवाई नहीं होने से प्रकाश में आया है। शिकायतकर्ता ने अब पूरे मामले में निगम के भ्रस्ट अधिकारी, इंजिनियर सहित रसूखदार के खिलाफ कोर्ट में जाने का निर्णय लिया है।
शहर के 80 फ़ीट रोड पर व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स का निर्माण नियमों के विपरीत हो रहा है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि निगम सिटी इंजीनियर जीके जायसवाल ने नियम विपरीत अनुमति निर्माण पर नोटिस जारी कर निर्माणकर्ता संदीप निगम को बुलाया और मोटी राशि लेकर कार्रवाई को नजरअंदाज कर दिया। बात तब बड़ी जब निर्माणकर्ता संदीप निगम ने शासकीय भूमि पर लगे दो विशालकाय नीम के हरे पेड़ जड़ से काट दिए। पूरे मामले में संतोष कुमार ने सीएम हेल्पलाईन में शिकायत दर्ज करवाई। सिटी इंजीनियर जायसवाल और निगम के अन्य भ्रस्ट अधिकारियों पर आरोप है कि लेबल-4 पर शिकायत पहुंचने के बाद भी कार्रवाई करना मुनासिब नहीं समझा। सूत्रों के अनुसार पूरे मामले में उल्टा अधिकारी शिकायत को गलत बताकर उसे कटवाने के प्रयास में है, जबकि संतोष कुमार के पास उपलब्ध दस्तावेज और गंभीर शिकायत का प्रारूप पढ़ा जाए तो प्रथम दृष्ट्या ही व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स का निर्माण नियम विपरीत के साथ अधिकारियों की संलिप्पता है।
नोटिस जारी कर सिर्फ निभा रहे औपचारिकता
मामले की पड़ताल के दौरान पाया गया है कि विकास के दावे करने वाली भाजपा सरकार में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार पनप रहा है। शिकायतकर्ता संतोष कुमार की स्थानीय स्तर पर निगम में लिखित शिकायत की तो उसे डस्टबिन में फेंक दिया गया। संतोष कुमार को जब सिटी इंजीनियर जायसवाल की निर्माणकर्ता निगम से मिलीभगत का अंदेशा होने पर सीएम हेल्पलाईन में अक्टूबर-2022 के प्रथम सप्ताह में शिकायत की। इसके बाद उच्चस्तर पर शिकायत के बाद अधिकारी रसूखदार निगम के बचाव में उच्चस्तर पर झूठी जानकारी प्रस्तुत कर शिकायत कटवाने के लिए प्रयासरत हैं।
जल्द करेंगे कार्रवाई
रत्नपुरी क्षेत्र की शिकायत सही पाई गई है। नियम विपरीत निर्माण की जानकारी प्राप्त हुई है। मामले में संबंधित के खिलाफ जल्द कार्रवाई की जाएगी। – हिमांशु भट्ट, आयुक्त- नगर निगम रतलाम