
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम की सियासत इन दिनों गरमा गई है। वजह बना है एक पोस्टर, जो गुरुवार रात शहर के दो बत्ती फ्रींगज चौराहे पर अचानक नजर आया। पोस्टर में सीधे-सीधे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को ‘गद्दार’ कहा गया। वजह वक्फ संशोधन बिल का विरोध। पोस्टर पर लिखा था कि दिग्विजय न सिर्फ वतन, बल्कि अपने पूर्वजों और धर्म के भी गद्दार हैं। ये पोस्टर भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) की ओर से लगाया गया, जिससे शहर में राजनीतिक भूचाल आ गया। पुलिस की नजर जैसे ही इस पर पड़ी, वह हरकत में आ गई।

कांग्रेस नेता थाने में बैठे जमीन पर
कांग्रेस ने इस मुद्दे को हाथोंहाथ लिया और स्टेशन रोड थाने के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। थाने में ‘रघुपति राघव राजा राम’ की गूंज सुनाई दी, जिसका मकसद भाजपा को ‘सद्बुद्धि’ दिलाना था। कांग्रेस नेताओं ने दो टूक कह दिया। अगर एफआईआर दर्ज नहीं हुई, तो सड़क पर उतरकर सीएम का पुतला फूंका जाएगा। सैलाना के पूर्व विधायक हर्ष विजय गहलोत ने इसे भाजपा की तानाशाही और समाज को बांटने की साजिश करार दिया। उन्होंने बताया कि पोस्टर भाजयुमो जिलाध्यक्ष विप्लव जैन के नेतृत्व में लगाया गया है और इसके सबूत भी पुलिस को सौंप दिए गए हैं। इस दौरान कांग्रेस शहर अध्यक्ष महेंद्र कटारिया,कार्यवाहक अध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह अठाना, कांग्रेस नेत्री यास्मीन शैरानी सहित अन्य कांग्रेस नेता मौजूद थे।
अब बात करते हैं विवाद की जड़ की
वक्फ संशोधन बिल संसद के दोनों सदनों से पारित हो चुका। यह बिल अब कानून बन चुका है। इसका मकसद वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन को पारदर्शी और प्रभावी बनाना है। लेकिन कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल इसे अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर चोट मान रहे हैं। फिलहाल, शहर में सिर्फ एक जगह पोस्टर लगा है, लेकिन सूत्रों की मानें तो यह सिलसिला यहीं नहीं रुकेगा। ऐसे में रतलाम की राजनीति अगले कुछ दिनों तक गरम रह सकती है।