
– रतलाम ग्रामीण तहसील कार्यालय में लोकायुक्त टीम ने पकड़ा, जमीन के नक्शा बंटवारे के बदले मांगी थी 25 हजार रुपये की रिश्वत
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम जिले में एक बार फिर पटवारी रिश्वत लेते हुए ट्रैप हुआ है। मंगलवार को उज्जैन लोकायुक्त की टीम ने रतलाम ग्रामीण तहसील कार्यालय में पदस्थ पटवारी यशवर्धन शर्मा को 8 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी पटवारी ने एक बीघा जमीन के नक्शा बंटवारे के एवज में शिकायतकर्ता से 25 हजार रुपये की मांग की थी। बाद में सौदा 10 हजार रुपये में तय हुआ। पहले 2 हजार रुपये लिए जा चुके थे और मंगलवार को 8 हजार रुपए लिए थे।
ग्राम रोजड़का निवासी शिकायतकर्ता जितेंद्रसिंह चावड़ा ने उज्जैन लोकायुक्त एसपी को 23 मई 2025 को शिकायत दी थी। शिकायत की जांच के बाद योजना के तहत 3 जून 2025 को दोपहर करीब ढाई बजे तहसील कार्यालय में ट्रैप की कार्रवाई की गई। पटवारी मीटिंग हॉल में बैठा था और वहीं पर उसने इशारे से रुपये शिकायतकर्ता की शर्ट की ऊपरी जेब में रखवाए और बाद में खुद हाथ में लिए। पहले से मौजूद लोकायुक्त टीम ने तत्काल उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। उज्जैन लोकायुक्त इंस्पेक्टर दीपक शेजवार ने बताया कि आरोपी पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा में एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
तहसीलदार मैडम को देने पड़ते हैं पैसे
शिकायतकर्ता के मुताबिक भ्रष्ट गिरफ्तार पटवारी शर्मा का कहना था कि नक्शा बंटवारे के लिए तहसीलदार मैडम को भी हिस्सा देना होता है। पहले वह 25 हजार रुपये मांग रहा था, बाद में 10 हजार में राजी हुआ। पटवारी को रंगे हाथ ट्रैप की कार्रवाई के लिए लोकायुक्त टीम पिछले 8 दिन से निगरानी कर रही थी। पटवारी को अंदेशा हो गया था कि कुछ गड़बड़ है, इसीलिए वह रिश्वत लेने में टालमटोल कर रहा था। आखिरकार तय दिन पर उसने रुपये लिए और पकड़ा गया। ट्रैप की उक्त कार्रवाई में लोकायुक्त डीएसपी राजेश पाठक, इंस्पेक्टर शेजवार, कांस्टेबल अनिल अटोलिया, इसरार खान और उमेश जाटव शामिल रहे।