– जमीन विवाद में 13 वर्ष पूर्व मृतक ने अपने ही चाचा को उतारा था मौत के घाट
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में बाजना थाना अंतर्गत जंगल में मिले 33 वर्षीय युवक के शव का मामला हत्या में उजागर हुआ है। दो दिन पहले हाथ पैर बंधी मिली लाश की शिनाख्त रमेश (33) पिता रामसिंह चारेल निवासी उमरजोखा (पाटन-राजस्थान) के रूप में हुई है। मृतक ने 13 साल पूर्व अपने काका की हत्या की थी। हत्या का बदला लेने के उद्देश्य से दो काका व उनके पुत्रों ने मिलकर युवक को मौत के घाट उतार दिया था।
रतलाम एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने गुरुवार को पत्रकार वार्ता में बताया 6 फरवरी की शाम बाजना-कुंदनपुर मार्ग स्थित मांडलिया घाट के जंगल में अज्ञात शव मिला था। शव के हाथ पैर बंधे हुए थे। शरीर पर कपड़े भी नहीं थे। मौके पर एफएसएल अधिकारी डॉ. अतुल मित्तल ने पहुंचकर जांच की थी। शुरू से पुलिस ने हत्या की आशंका को लेकर अलग अलग बिंदुओं को शामिल कर जांच की। सबसे पहले मृतक की शिनाख्ती के प्रयास किए। शिनाख्त रमेश पिता रामसिंह चारेल निवासी उमरजोखा थाना पाटन जिला बांसवाड़ा राजस्थान के रूप में हुई। मृतक का ससुराल ग्राम मनासा थाना शिवगढ़ जिला रतलाम में था। मृतक द्वारा वर्ष 2010 में अपने काका बबू चारेल को जमीन विवाद में हत्या कर दी थी। इसके बाद सजा होने पर वर्ष 2015 तक सजा भुगती थी। जेल से बाहर आने के बाद वह अपने गांव नहीं गया। ससुराल मनासा में ही रहता था। 5 फरवरी को काम की तलाश में वह अपने गांव उमरजोखा पहुंच गया। जहां मृतक के काका रायचंद चारेल व देबू चारेल के परिवार में आक्रोश उत्पन्न हो गया। दोनों काकाओं ने अपने बेटे राजू चारेल व एक नाबालिग के साथ मिलकर पहले रमेश को अत्यधिक शराब पिलाई। इसके बाद बाजना-कुंदनपुर मार्ग स्थित मांडलिया का घाट जंगल की तरफ ले गए। जहां पर पत्थरों से हमला कर रमेश की निर्मम हत्या कर दी थी। एसपी के अनुसार मृतक रमेश के खिलाफ वर्ष 2010 में अपने काका की हत्या करने व बाजना थाने में तीन चोरी व पाटन में एक मारपीट का प्रकरण दर्ज है। हत्या के आरोप में पुलिस ने राजू पिता रायचंद चारेल, रायचंद पिता लालू चारेल, देबू पिता लाल चारेल व एक नाबालिग सभी निवासी ग्राम उमरजोखा थाना पाटन जिला बांसवाड़ा (राजस्थान) को गिरफ्तार किया।