– वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों सहित कार्यकर्ताओं ने जाहिर की नाराजगी

रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति बिसात बिछना शुरू हो गई है। नगरीय निकाय चुनाव में कम अंतराल वोटों से जीत के बाद जमीनीस्तर पर मंथन में जुटा भाजपा संगठन कमियों को तलाशने में जुट गया है। इसी तारत्मय में रतलाम दौरे पर आए भाजपा क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जामवाल वरिष्ठ नेताओं, पदाधिकारियों सहित कार्यकर्ताओं की नाराजगी देख दंग रह गए। खास बात यह है कि जिले में भाजपा के शीर्ष जिलाध्यक्ष राजेंद्रसिंह लुनेरा की शिकायतें और नाराजगी देख क्षेत्रीय संगठन मंत्री ने संगठन स्तर पर गंभीरता से विचार कर जल्द निर्णय लेने का संकेत दिया है। भोपाल पार्टी सूत्रों के अनुसार क्षेत्रीय संगठन मंत्री जामवाल ने रतलाम दौरे के बाद उच्चपदाधिकारियों से चर्चा शुरू कर जिलाध्यक्ष लुनेरा की शिकायतों से अवगत कराने लगे हैं। संभावना तलाशी जा रही है कि अब किसी भी समय भाजपा जिलाध्यक्ष पद पर नए नाम की घोषणा हो सकती है।
लंबे समय से भाजपा जिलाध्यक्ष के नाम की घोषणा को लेकर चल रही अटकलों पर अब जल्द विराम लगने की कवायद शुरू हो गई है। दरअसल रविवार को क्षेत्रीय संगठन मंत्री जामवाल पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं का मन टटोलने पहुंचे, तब उन्हें जिलाध्यक्ष लुनेरा की शिकायतों से रूबरू होना पड़ा। क्षेत्रीय संगठन मंत्री जामवाल ने वरिष्ठ नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की शिकायतों को गंभीरता से सुनकर संगठनस्तर पर विचार कर निर्णय की बात कहकर फेरबदल के संकेत देकर रवाना हुए। इस दौरान क्षेत्रीय संगठन मंत्री को कार्यकर्ताओं ने खुलेआम यहां तक सुना दिया कि जब चुनाव होते हैं तब बूथ से लेकर प्रचार के लिए कार्यकर्ता याद आते हैं, लेकिन चुनाव बीतने के बाद उन्हें भूला दिया जाता है। हाल ही में नगरीय निकाय चुनाव में भी ऐसा ही हुआ, जिसका नतीजा सभी के सामने है। जामवाल ने कहा कि कार्यकर्ताओं की मेहनत के बदौलत भाजपा सत्ता में है, इसलिए पार्टी कार्यकर्ताओं की उपेक्षा किसी भी सूरत में नहीं करने दी जाएगी। जिलाध्यक्ष लुनेरा के प्रति नाराजगी कहीं न कहीं पार्टी में विघटन के संकेत भी क्षेत्रीय संगठन मंत्री को नजर आए हैं। कुछ नाराज कार्यकर्ताओं ने क्षेत्रीय संगठन मंत्री के सामने जिलाध्यक्ष लुनेरा की कार्यप्रणाली के अलावा उनके चाल-चरित्र को लेकर भी गंभीर शिकायतें की हैं। हालांकि यह सब अंदरखाने में हुआ है। इसको लेकर कोई भी पदाधिकारी खुल कर बोलने के लिए तैयार नहीं है। इधर इस बैठक में जावरा विधायक डॉ. राजेंद्र पांडेय व रतलाम ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। लेकिन रतलाम शहर विधायक चेतन्य काश्यप मौजूद नहीं रहे। शहर विधायक की अनुपस्थिति भी चर्चा का विषय रही।